पटना: उत्तर बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित होने लगे है. राज्य में लगातार हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने लगी है. जिसको लेकर पटना के ग्रामीण इलाकों में खासकर दरधा और मोरहर और पुनपुन नदी के किनारे पर बसे हुए गांव को बचाने को लेकर युद्धस्तर पर तटबंध मरम्मती कार्य चल रहा है.
60 हजार परिवार प्रभावित: इस बीच मिली जानकारी के अनुसार, धनरूआ में तकरीबन 8 पंचायत के 60 हजार परिवार बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं, यहां प्रत्येक साल बाढ़ की चपेट में आने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. वहीं, इस बार समय रहते सभी आठ पंचायत में तटबंध मरम्मती का कार्य किया जा रहा है. जहां-जहां तटबंध कटाव हो रहा है वहां पर बैग पीचिंग की जा रही है.
पितृपक्ष मेला जाना हुआ अवरुध: वहीं, पटना-गया-डोभी-22 में स्थित पुनपुन नदी पर पुल का निर्माण कराया जा रहा है. उक्त पुल को लेकर स्थानीय लोगों ने मंगलवार को एसडीओ और सभी अधिकारियों के समक्ष अपना विरोध जताया और कहा कि पुल निर्माण एजेंसी द्वारा गलत कार्य किया जा रहा है. उनके निर्माण की वजह से पुल के नीचे से जाने वाला रास्ता अवरूध हो जायेगा और पुनपुन के दर्जनों गांव के लोगों को पुनपुन बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेला में पिंडदान स्थल तक जाने में परेशानी होगी.
पहले पुल के बगल में बनाया दूसरा: स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पहले से नदी में एक पुल था. उसके समानान्तर एक दूसरे पुल का निर्माण कराया गया है, जो पहले के पुल से दो फीट नीचे है. इस वजह से पुल के नीचे का सड़क और पुल की उंचाई काफी नजदीक हो गयी है. इससे उधर से वाहन के पुल के नीचे से गुजरने मे काफी कठिनाई होगी.
आन्दोलन करने की चेतावनी: इधर, प्रोजेक्ट मैनेजर मनोज सिंह चौहान का कहना था कि हर दिन नई टेक्नॉलोजी विकसित हो रही है. नवनिर्मित पुल में गडर के उपर स्लैब रखा गया है. जबकि पहले वाला पुल जो 22 साल पहले बना था उसमें पुल के साथ स्लैब रखा गया है. इस लिये ऐसा लग रहा है. हालांकि इस मुद्दे पर फिलहाल कोई बात अभी पदाधिकारियों के बीच नहीं हो पाई है. लेकिन इस बीच स्थानीय लोगों ने इसे लेकर आन्दोलन करने की चेतावनी दी है.
'72 घंटे के दुरुस्त किया जाए': वहीं, सूचना मिले पर एसडीओ अपनी पूरी टीम के साथ पुनपुन नदी पुल के नीचे का तटबंध कटाव का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने पाया कि पुल के नीचे 40 फीट गहरा कटाव हो गया है, जिसके बाद उन्होंने अवीलंब संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया कि निर्माण स्थल पर पहुंच कर 72 घंटे के अंदर सड़क को दुरुस्त किया जाए. इस दौरान मौके पर पुनपुन वीडिओ मानेनद्र सिंह, समाजिक कार्यकर्ता मनीष कुमार एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे.
"बाढ़ को देखते हुए सभी पदाधिकारी को हाई अलर्ट पर रखा गया है. जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को सतत निगरानी रखने को कहा गया हैं. साथ ही तटबंध मरमती का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. बैग पिचिंग कार्य भी हो रहा है. वहीं, ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली है कि पुनपुन तटबंध के नीचे 40 फीट गहरा तटबंध का कटाव हो गया है. उसके पीछे का कारण पटना गया नेशनल हाईवे का चल रहा निर्माण कार्य है. हमने अभिलंब पहुंचकर टीम गठित करते हुए स्थानीय संबंधित पदाधिकारी को 72 घंटे के अंदर तटबंध कटाव को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है." - अमित कुमार पटेल, एसडीएम, मसौढ़ी
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