उत्तरकाशी: बाड़ागड्डी क्षेत्र के कुरोली-कंकराड़ी में हरि महाराज, खंंडद्वारी माता, नागराज और हुणेश्वर देवता के दूधगाडू मेले का भव्य आयोजन किया गया. इस मौके पर ग्रामीणों की ओर से लाए गए करीब 160 लीटर दूध से देवता के पश्वों ने स्नान कर क्षेत्र समेत अच्छी फसलों की खुशहाली के लिए आशीर्वाद दिया. हरि महाराज बाड़ागड्डी क्षेत्र के आराध्य देवता हैं, जो सीटी बजाने पर अवतरित होते हैं. देवताओं को ऊंचे बुग्यालों से लाए फूल भी भेंट किए जाते हैं.
जनपद उत्तरकाशी के बाड़ागड़ी क्षेत्र के पौराणिक दुधगाडू " फुलोई मेले" में उमड़े भक्तगण। pic.twitter.com/b4g7RXve9s
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 22, 2024
हरि महाराज की थात में एकत्रित हुए सैकड़ों ग्रामीण: दूधगाडू मेले के लिए बाड़ागड्डी क्षेत्र सहित आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों की संंख्या में ग्रामीण कुरोली-कंकराड़ी में हरि महाराज की थात में एकत्रित हुए. वहां पर ग्रामीणों ने देवडोलियों को ढोल-दमांऊ की थाप पर कंधों पर नचाया. साथ ही देवडोलियों के साथ रासो तांदी नृत्य भी किया गया. इस मौके पर श्रद्धालुओं ने अपने ईष्ट देवी-देवता हरि महाराज, खंडद्वारी माता, नागराज और हुणेश्वर देवता को दूध, मक्खन सहित श्रीफल भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया. उसके बाद सभी देवताओं के देवपश्वा थात पर अवतरित हुए.
160 क्विंटल दूध से देवताओं के पश्वों ने किया स्नान: ग्रामीण ने बताया कि हर साल हरि महाराज के दूधगाडू मेले का आयोजन किया जाता है. यहां पर बाड़ागड्डी पट्टी के मुस्टिकसौड़, बोंगाड़ी, कुरोली, कंकराड़ी, थलन, मस्ताड़ी, मानपुर, किशनपुर, बोंगा, भेलुडा, कोटी, लदाड़ी और कंसेण समेत कई गांव के ग्रामीण करीब 160 क्विंटल दूध एकत्रित करते हैं, जिसके बाद दूध से ग्रामीण विधि-विधान से देव डोलियों और हरि महाराज का दुग्धाभिषेक करते हैं.
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