जोधपुर. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र की विवेक विहार थाना पुलिस ने एमडी ड्रग्स तस्करी मामले में बड़ी कार्रवाई की. पुलिस ने शुक्रवार देर रात को मादक पदार्थों के साथ कुख्यात तस्कर प्रदीप बिश्नोई ईरम सहित तीन लोगों को दोबचा. पुलिस की ओर से बताया गया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक आरएसी का जवान भी शामिल है. वहीं, एक अन्य जवान की तलाश की जा रही है, जो मौके से फरार हो गया था. तस्करों के पास पुलिस ने 328 ग्राम एमडी बरामद की है. फिलहाल गिरफ्तार किए गए तीनों तस्करों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार यादव ने बताया कि विवेक विहार थाना पुलिस को थाना क्षेत्र में कुख्यात तस्कर प्रदीप बिश्नोई ईरम द्वारा एमडी ड्रग्स की डिलीवरी देने की सूचना मिली थी. इस पर पुलिस ने थाना क्षेत्र के एक फ्लैट पर दबिश दी, जहां से कुख्यात तस्कर प्रदीप बिश्नोई और हरनमा बिश्नोई को पकडा. दरअसल, तस्कर प्रदीप हरनाम को ड्रग्स की डिलीवरी देने के लिए आया था. दोनों को रात को ही थाने लाकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी. ऐसे में पता चला कि उनके साथ जेल में नियुक्त आरएसी का जवान दिनेश प्रभुराम भी शामिल है. वहीं, एक अन्य आरएसी जवान दिनेश के नागौर में होने की सूचना मिली. इस पर पुलिस की टीमें रात को ही नागौर के लिए रवाना हो गई, जहां से आरएसी जवान दिनेश को पकड़ कर जोधपुर लाया गया.
इसे भी पढ़ें - एनसीबी और गुजरात एटीएस की कार्रवाई, 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद, 7 लोगों को किया डिटेन - Drugs Worth Rs 300 Seized
जेल कनेक्शन भी आ सकता है सामने : पुलिस ने बताया कि दिनेश और प्रभुराम आरएसी के जवान हैं. दोनों की ड्यूटी जोधपुर जेल में है. इसकी जानकारी मिलने पर एसीपी नरेंद्र देवड़ा की अगुवाई में पुलिस जेल पहुंची, लेकिन वहां प्रभुराम नहीं मिला. पुलिस को अंदेशा है कि जेल से भी एमडी ड्रग्स रैकेट आपरेट हो सकता है. इसको लेकर पुलिस एक बाद एक कड़ियां जोड़ने में लगी है.
लेडी डॉन का साथी है तस्कर प्रदीप : प्रदीप बिश्नोई क्षेत्र की महिला तस्कर सुमता बिश्नोई का राइट हैंड रहा है. लंबे समय तक दोनों ने मिलकर तस्करी की थी. एमपी से आने वाली डोडा पोस्त की खेप को सुमता खुद एस्कॉर्ट करके लाती थी. साथ ही हथियार भी रखती थी. कई मौकों पर प्रदीप और उसके साथी पुलिस की वर्दी पहनकर तस्करी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं.
तस्करों संग सप्लाई देने जाता था आरएसी जवान : थानाधिकारी जितेंद्र राठौड़ ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए जोधपुर जेल के नागौर निवासी आरएसी जवान दिनेश जाट से पूछताछ की गई. जिसमें जवान ने बताया कि वो तस्करों के साथ सप्लाई देने जाता था. पुलिस की वर्दी पहने होने की वजह से उसे फायदा मिलता था. वहीं, पुलिस जवान के साथी प्रभुराम की तलाश में जुटी है.
बाड़मेर के तस्कर को देना था सैंपल : एसीपी नरेंद्र देवड़ा ने बताया कि हरदान के पास जो एमडी थी. उसमें से उसने 20 ग्राम प्रदीप को सैंपल के रूप में दिया था. प्रदीप इस सैंपल को बाड़मेर के तस्कर अनिल जाट को देने वाला था. अगर यह डील पक्की हो जाती तो बड़ी खेप डिलीवर करनी थी. प्रदीप को सैंपल देने से पहले हरदान, दिनेश और प्रभुराम सांचौर के तस्कर सरवन राम बिश्नोई से एमडी की डिलीवरी ली थी.
कांस्टेबल ने ली 400 ग्राम एमडी : पुलिस ने बताया कि सांचौर से करीब 800 ग्राम एमडी लेकर हरदान दिनेश और प्रभुराम जोधपुर आए. दिनेश ने 400 ग्राम एमडी ली थी, क्योंकि उसके पास पैसे कम थे. अन्यथा वो पूरा माल उठा लेता. दिनेश माल लेकर नागौर चला गया. उसके बाद हरदान प्रदीप से मिलने के लिए कुड़ी भक्तासनी के सेक्टर 14 पहुंचा, जहां उनसे उसे सैंपल दिया. इसकी भनक पुलिस को लग गई और मौके से दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया. बाद में नागौर से दिनेश जाट को पकड़ कर जोधपुर लाया गया. फिलहाल प्रभुराम पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.