नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में औषधि विभाग ने दो गोदामों का भंडाफोड़ किया. मोदीनगर के मानवता पुरी स्थित गोदामों में अवैध रूप से भारी मात्रा में दवाइयां का भंडारण हो रहा था. बिना किसी वैध लाइसेंस के अवैध रूप से भारी मात्रा में दवाइयां को रखा गया था, जहां से देश के विभिन्न हिस्सों में पैकिंग के पश्चात सप्लाई किया जाता था. औषधि निरीक्षक (गाजियाबाद) आशुतोष मिश्रा, औषधि निरीक्षक (लखनऊ मुख्यालय) वैभव बब्बर, औषधि निरीक्षक (बागपत) मोहित कुमार, औषधि निरीक्षक (मेरठ) पीयूष शर्मा द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में अवैध दवाइयां पाई गई, जिसको अवैध रूप से एक प्लास्टिक के पाउच में डालकर 'वाय की दवा' का लेबल डालकर तैयार कर देशभर में बेचा जा रहा था. जानकारी के मुताबिक, इन दवाइयों का मानव जीवन के वाइटल ऑर्गन जैसे किडनी, लीवर आदि पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
"मौके पर लगभग 12 लाख रुपये की औषधियो को सीज करते हुए आरोपी मुकेश भाटिया के विरुद्ध थाना मोदीनगर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. औषधि विभाग द्वारा अवैध औषधि व्यवसाय पर सख्त कार्यवाही की जा रही है."-आशुतोष मिश्रा, औषधि निरीक्षक (गाजियाबाद)
अधिकारियों का कहना है कि औषधियों को बिना लाइसेंस के री-पैकिंग कर थैली में डालकर बेचना Drug & Cosmetic Act 1940 की धारा 18/27 व बी एन सी एक्ट की धाराओं का उल्लंघन है. कार्रवाई के दौरान मौके पर 8 संदिग्ध औषधियों के नमूने जाँच और विश्लेषण के लिए संग्रहीत कर लखनऊ स्थित राजकीय प्रयोगशाला भेजे गए हैं. मौके से टेबलेट और केप्सूल, फीनीसड औषधियों और पैकिंग मे प्रयोग होने वाले मेटिरियल को सीज किया गया है. फिलहाल, औषधि विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है. साथ ही अवैध रूप से भंडारण की गई दवाइयां को देश में कहां-कहां सप्लाई किया गया है, इसका भी पता लगाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: