बूंदी. जिले के देई कस्बे में मंगलवार को एक अजीबोगरीब वाकया हुआ. यहां एक नशेड़ी नैनवां तहसीलदार की सरकारी गाड़ी को ही चुराकर ले भागा. उस समय तहसीलदार आंदोलनरत सफाईकर्मियों से वार्ता कर रहे थे. मौके पर गाड़ी नजर नहीं आई तो हड़कंप मच गया. सूचना पर पुलिस ने 11 किमी पीछा कर वाहन को पकड़ा. अब देई थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
देई थानाधिकारी युद्धवीर सिंह ने बताया कि देई नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने वेतन की मांग को लेकर नगर पालिका कार्यालय के सामने स्टेट हाईवे 34 पर चक्काजाम कर दिया था. सूचना मिलने पर नैनवां तहसीलदार रामराय मीणा, डीएसपी शंकर लाल सहित अधिकारी मौके पर समझाइश करने पहुंचे थे. इस दौरान तहसीलदार अपनी गाड़ी से नीचे उतरकर कर्मचारियों को पालिका भवन में समझाइश करने चले गए. इस बीच उनके ड्राइवर ने गाड़ी उप तहसील में खड़ी कर दी और खुद शौच करने चला गया. इस दौरान गाड़ी की चाबी गाड़ी में ही रह गई. उसी समय मूंगफली के ठेले के पास खड़ा हुआ एक नशेड़ी बदमाश गाड़ी लेकर फरार हो गया.ड्राइवर जब वापस लौटा तो मौके पर गाड़ी नहीं मिली.
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ग्रामीणों ने ट्रैक्टर आड़ा लगाकर रुकवाई: घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने गाड़ी की तलाश शुरू कर दी. पता लगा कि तहसीलदार की गाड़ी डोकुन गांव की तरफ जा रही है. तहसीलदार के ड्राइवर ने मोटरसाइकिल से पीछा करते हुए डोकुन गांव के ग्रामीणों को सूचना दी. ग्रामीणों ने आगे ट्रैक्टर लगाकर गाड़ी को रोक दिया. इसी दौरान पीछा करती देई पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. तहसीलदार की गाड़ी मिलने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली.
पुलिस ने आरोपी को पकड़ा: देई पुलिस के एएसआई वीरमदेव ने बताया कि तहसीलदार की कार के चालक स्वराज गुर्जर ने देई थाने में रिपोर्ट सौंपी थी. इस आधार पर पुलिस ने पीछा करते हुए गाड़ी को पास के डोकून गांव से बरामद कर लिया. देई थानाधिकारी युद्धवीर ने सिंह ने बताया कि फूलेता निवासी रमेश (38) पुत्र रामरतन जाट को डिटेन किया गया है. आरोपी नशे का आदी है और ट्रक चलाने का काम करता है. मामले में पूछताछ और अनुसंधान जारी है.