जांजगीर चांपा: जिले में बीते शनिवार रात को हुई ड्राइवर की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा एक नाबालिग को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी कार बेचकर पैसा कमाने की फिराक में थे, इसलिए हत्या को अंजाम दिया था.
जानिए पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला सारागांव थाना क्षेत्र के ग्राम लखुर्री का है. यहां 14 अप्रैल को बिलासपुर के कार ड्राइवर रमाकांत तिवारी की लाश मिली थी. जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि रमाकांत बिलासपुर के इंकेश डिडॉरे के कार का ड्राइवर था. वह 13 अप्रैल को अकलतरा क्षेत्र के कोटमी सोनार से राहुल श्रीवास, सोम प्रभात और विवेक गोस्वामी को लेकर अमरकंटक जाने के लिए निकला था. हालांकि रास्ते में तीनों ने मिलकर रमाकांत की गला दबा कर और छाती पर पत्थर से वार कर के हत्या कर दी.
गाड़ी बेच कर पैसा कमाने की नीयत से तीन लोगों ने रमाकांत की गाड़ी बुक की. इससे पहले दो अन्य ट्रांसपोर्ट से गाड़ी बुक करने का प्रयास किया. ट्रांसपोर्टर के जरिए किराया की राशि के अलावा पहचान पत्र की मांग किए जाने पर, तीसरे ट्रांसपोर्टर से चर्चा की और बिना दस्तावेज के बुकिंग के लिए तैयार होने पर डिजायर गाड़ी को कोटमी सोनार गांव बुलाया. गाड़ी में तेल डलवाने के बाद अमरकंटक रोड के लिए सभी निकल पड़े. बेलगहना के जंगल में तीनों ने ड्राइवर की गला दबा कर हत्या कर दी. तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. एक नाबालिग को भी पुलिस ने हिरासत में लिया गया है. -राजेंद्र जायसवाल, एडिशनल एसपी
आरोपी गिरफ्तार: हत्या के बाद सभी आरोपी लाश को दफनाने की तैयारी करने लगे. आरोपियों ने अपने एक साथी से मिरौनी के पास गड्ढा भी खुदवा लिया था, लेकिन सुबह हो जाने के कारण पकड़े जाने के डर से लाश को बम्हनीडीह, सारागॉव के बीच सड़क से कुछ दूर नहर के किनारे फेंक दिया. इसके बाद कार को अकलतरा थाना क्षेत्र के पचरी बरबसपुर के पास छोड़कर आरोपी भाग निकले. गाड़ी की चोरी कर बेचने की नीयत से आरोपियों ने मर्डर की प्लानिंग की थी, लेकिन पुलिस की जांच के बाद सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए.