नूंह/भिवानी: भीषण गर्मी के चलते हरियाणा में पेयजल संकट गहराता जा रहा है. नूंह के दर्जन भर गांवों में पीने के पानी की किल्लत बनी हुई है. भीषण गर्मी की वजह से बिजली के कट भी लग रहे हैं. जिसकी वजह से पानी की समस्या और विकराल रूप धारण करती नजर आ रही है. जिसकी वजह से लोगों पर गर्मी का ट्रिपल अटैक देखने को मिल रहा है. एक तो लोग गर्मी से परेशान हैं. दूसरा पेयजल से और तीसरा बिजली के लगते कटों से.
नूंह में पेयजल समस्या: आलदोका गांव की महिलाएं पीने के पानी की समस्या को लेकर दो बार नूंह लघु सचिवालय पहुंच चुकी हैं. डीसी धीरेंद्र खड़गटा से शिकायत के बाद भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं हुआ. अब महिलाओं ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उनके घर पीने का पानी नहीं आया, तो वो रोड जाम कर प्रदर्शन करेंगी. महिलाओं ने कहा कि उन्हें टैंकरों से पानी आपूर्ति का आश्वासन मिला था, लेकिन अभी तक पानी नहीं मिला.
भिवानी में पानी की किल्लत: भिवानी में भी पीने के पानी की किल्लत बनी हुई है. कितलाना के ग्रामीणों ने पानी की किल्लत को लेकर उपायुक्त कार्यालय के बाहर मटका फोड़ प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने पानी की समस्या को हल करवाने के लिए एसडीएम भिवानी को ज्ञापन सौंपा तथा जल्द से जल्द गांव में पानी की व्यवस्था करने की मांग की. ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी समस्या हल नहीं होता, तो वो गांव के जलघर को ताला लगाने को मजबूर होंगे.
अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप: कितलाना वासियों ने कहा कि गांव में तीन वाटर टैंक बने हुए हैं. उसके बाद भी ग्रामीणों को पेयजल की समस्या है. गांव के वाटर टैंक की चारदीवारी टूटी हुई है. वहां पर घास खड़ी हुई है. गांव के वाटर टैंक मशीनें ठीक से काम नहीं करती तथा यहां पर आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है. ये सब कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा है.
सरकार और प्रशासन को बड़े प्रदर्शन की चेतावनी: ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव के वाटर टैंक की मशीनों को ठीक कर मोटरों को लगाया जाए, ताकि पेयजल सप्लाई बेहतर हो सके. नहीं तो वो सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. गांव के लोगों को एसडीएम हरबीर सिंह ने आश्वासन दिया कि वाटर वर्क्स पर तैनात कर्मचारियों को गांव के लोगों की मांग अनुसार बदला जाएगा तथा गांव में पीने के पानी की सुचारू व्यवस्था की जाएगी.