हल्द्वानी: भीषण गर्मी के चलते पारा अपने चरम पर है. हल्द्वानी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच रहा है. गर्मी के चलते हल्द्वानी की लाइफ लाइन कहे जाने वाली गौला नदी का गौला बैराज का जलस्तर अपने निचले स्तर 80 क्यूसेक पहुंच गया है. जिसके चलते पेयजल और सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है.
सिंचाई विभाग को बैराज से सिंचाई के लिए रोजाना करीब 350 क्यूसेक पानी सिंचाई के लिए आवश्यकता है. जबकि हल्द्वानी की आधी आबादी को प्यास बुझाने के लिए जल संस्थान को रोजाना 30 क्यूसेक पानी की जरूरत पड़ती है. बैराज में मात्र 80 क्यूसेक पानी है. ऐसे में कुछ दिनों तक बारिश नहीं हुई तो शहर की पेयजल व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगी. फिलहाल अभी भी शहर की पेयजल व्यवस्था चरमराई हुई है.
भीषण गर्मी और पेयजल संकट को देखते हुए पानी के नए कनेक्शन और सर्विस सेंटर में वाहनों की धुलाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है. डीएम नैनीताल के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने कार्रवाई करते हुए 42 सर्विस सेंटर को नोटिस जारी किया है. जबकि कई के कनेक्शन काट दिए गए हैं. पेयजल किल्लत और समाधान पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि फिलहाल टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, यदि जरूरत पड़ी तो और टैंकरों को भी किराए पर लिया जा सकता है.
इसके अलावा शहर में जिन लोगों के पास प्राइवेट बोरिंग है वह भी पानी की सप्लाई आम जनता को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे. इसके अलावा पहाड़ों में अवैध बोरिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाकर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा सूचना मिल रही है कि पहाड़ों पर कुछ जगहों पर बिल्डर स्रोत के पानी को रोककर बिल्डिंग निर्माण के काम कर रहे हैं. अब उनके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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