नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद विकास प्राधिकरण नई टाउनशिप 'हरनंदीपुरम' विकसित कर रहा है. बोर्ड बैठक में हरनंदीपुरम योजना का प्रस्ताव पास होने के बाद जीडीए उसे धरातल पर उतरने की कवायद में जुट गया है. मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण और नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत हरनंदीपुरम बसाया जाएगा. प्राधिकरण को भूमि अर्जन में आने वाले खर्च का 50 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार देगी. बाकी पैसा प्राधिकरण खुद जुटाएगा.
दरअसल, आम आदमी के लिए रीसेल में आवासीय प्लॉट खरीदना आर्थिक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण होता है. प्राधिकरण काफी किफायती दरों पर योजना लॉन्च करता है. इसमें लॉटरी के तहत आवंटन होता है. पूरी प्रक्रिया में न सिर्फ पारदर्शिता होती है बल्कि आम आदमी को आवंटन प्रक्रिया में भाग लेने का मौका मिलता है.
7 महीने पर आएगा पहला लेआउटः जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स के मुताबिक, हरनंदीपुरम योजना को लेकर फिलहाल सर्वे का काम चल रहा है. ड्रोन के माध्यम से सर्वे कराकर परिसंपत्तियों को चिह्नित किया जा रहा है. सर्वे पूरा होने में तकरीबन एक से डेढ़ माह का वक्त लगेगा. सर्वे पूर्ण होने के बाद रेट निर्धारण का कार्य किया जाएगा. भूमि क्रय करने के पश्चात जीडीए लेआउट पर काम करेगा सात महीने में पहला लेआउट तैयार होने की संभावना है.
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541 हेक्टेयर में बनेगी टाउनशिपः हरनंदीपुरम टाउनशिप में एडू सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, मेडिसिटी, साइबर सिटी आदि विकसित की जाएगी. 541 हेक्टेयर में विकसित होने वाले हरनंदीपुरम में आवासीय के साथ ही साथ कमर्शियल भूमि भी होगी. हरनंदीपुरम आरआरटीएस कॉरिडोर से महज़ पांच मिनट की दूरी पर विकसित किया जाएगा. बीते दिनों, गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग ने जीडीए उपाध्यक्ष को पत्र लिख प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित नई नगर का नाम अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखने का अनुरोध किया था. जीडीए वीसी का कहना है कि प्रस्ताव प्राप्त हुआ है, जिसे बोर्ड बैठक के समक्ष रखा जाएगा. प्रस्ताव पर बोर्ड विचार करेगा.
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