उज्जैन: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश आ रही हैं. बताया जा रहा है कि वे दोनों दिन इंदौर ही रहेंगी, लेकिन 19 सितंबर को कुछ समय के लिए राष्ट्रपति उज्जैन दौरे पर भी जाएंगी. इस दौरान प्रेसीडेंट द्रौपदी मुर्मू उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन कर अभिषेक करेंगी. इसके बाद वे महाकाल लोक में लगी सप्तऋषियों का निर्माण करने वाले ओडिशा के कारीगरों से संवाद भी करेंगी. राष्ट्रपति से मिलने की खबर सुनने के बाद से ही कारीगरों ने खुशी जताई है. बता दें बुधवार शाम राष्ट्रपति इंदौर पहुंच जाएंगी.
महाकाल मंदिर जाएंगी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू सुबह 8:30 बजे उज्जैन पहुंचेगी. यहां पर होटल में वे चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा के तहत सफाई कर्मियों का सम्मान और संवाद करेंगी. इसके बाद प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगी. इंदौर और उज्जैन के 6 लेन का भूमि पूजन किया जाएगा. 9:30 बजे महाकाल लोक के नंदी द्वार पर पहुंचेंगी. यहां राष्ट्रपति महाकाल लोक को देखते हुए महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेंगी. इसके बाद भगवान महाकाल का पूजन-अभिषेक करने के बाद परिसर में महाकाल मंदिर शिखर के सामने फोटो सेसन होगा. अंत में जाते वक्त त्रिवेणी संग्रहालय के पास महाकाल लोक में लगने वाली मूर्ति के बनाने वाले कारीगरों से राष्ट्रपति संवाद और सम्मान करेंगी.
आंधी तूफान में गिर गईं थी सप्तऋषियों की मूर्ति
गौरतलब है कि 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था. इसके बाद महाकाल लोक को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया था. इसी बीच उज्जैन में तेज बारिश और तेज आंधी के चलते सप्तऋषियों की प्रतिमाएं गिर गईं थी. जिससे कई प्रतिमाओं को क्षति पहुंची थी. प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त होने के बाद कांग्रेस ने कार्यशैली को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा था. वहीं तत्कालीन शिवराज सरकार ने नई मूर्तियां लगाने की बात कही थी. जिसे उड़ीसा के कारीगरों द्वारा बनाया जा रहा है.
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ओडिशा के कारीगरों से राष्ट्रपति करेंगी संवाद
अभी तक 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. अब राजस्थान के बंसी पर्वत के पत्थर से सप्त ऋषियों मूर्ति बनाई जा रही है. जल्द ही पूरा काम कर लिया जाएगा. महाकाल लोक की प्रतिमाएं ओडिशा के कारीगर बना रहे हैं. हरिफाटक ब्रिज के पास हाटबाजार में कारीगर 8 नई मूर्तियां बना रहे हैं. पहले फेज में सप्त ऋषियों की और एक भगवान शिव की मुर्ति बनाई जाएगी. उसके बाद धीरे-धीरे सभी मूर्तियों को बदल दिया जाएगा. नई मूर्तियों पर करीब 25 से 30 लाख खर्च होने की संभावना है. राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित होने की बात सुनकर ओडिशा के कारीगरों ने खुशी जाहिर की है.