सराज: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज में थुनाग बाजार के लिए खतरा बने नाले की समस्या जल्द दूर होगी. ये नाला करीब 16 सालों से थुनाग बाजार के लिए खतरा बना हुआ है. इस नाले का अब तटीकरण शुरू कर दिया गया है. लोक निर्माण विभाग ने इसके निर्माण कार्य के लिए टेंडर आवंटित कर दिए हैं और ठेकेदार ने नाले को साफ करना शुरू कर दिया है.
बाढ़ में 7 घरों का मिट गया था नामोनिशान
बता दें कि बरसात के मौसम में हल्की बारिश में भी थुनाग का यह नाला लोगों के लिए मुसीबत बन जाता है. इससे मुसाफिरों समेत बाजार के दुकानदारों, रिहायशी मकान मालिकों और गाड़ी के ड्राइवरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. 9 जुलाई 2023 में बरसात में इस नाले में बाढ़ आने से करीब 7 घरों का नामोनिशान मिट गया था और करीब 90 दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा था. साल 2022 में भी करीब 65 से अधिक दुकानों को बरसात में इस नाले के कारण भारी नुकसान पहुंचा था.
11 माह से लटका रहा नाले का काम
सराज घाटी की जनता दशकों से नाले में मलबे की रोकथाम करने और नाले के चौड़ीकरण करने की मांग कर रही है. पिछले साल भी बरसात में इस नाले ने रौद्र रूप लिया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 13 जुलाई 2023 में थुनाग में प्रभावितों से मिलने के लिए एक दिवसीय दौरे कर नाले के तटीकरण को लेकर डीपीआर तैयार करने का फरमान दे दिया था, लेकिन बजट उपलब्ध न करवाने से करीब 11 माह से नाले के तटीकरण का काम शुरू नहीं हो पाया था.
विधायक निधि से हो रहा नाले का तटीकरण
हालांकि प्रदेश सरकार ने नाले के तटीकरण और चौड़ीकरण कर पक्का इलाज करने की बात कही थी, लेकिन बजट न होने के चलते 11 माह तक इसका काम अधर में लटका रहा. जबकि बरसात एक बार फिर शुरू होने वाली है. अब जाकर 11 महीने बाद सराज के विधायक जयराम ठाकुर द्वारा जारी विधायक निधि से नाले का तटीकरण का काम हो रहा है. इसके लिए 25 लाख रुपए की राशि जारी की गई है.
3 मीटर चौड़ा किया जाएगा नाला
लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नाले को कम से कम 3 मीटर चौड़ा किया जाएगा. जिसके बाद आरसीसी करके पक्का किया जाएगा. लोक निर्माण विभाग ने इस दौरान स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की है.
निशानदेही के बाद शुरू हुआ काम
वहीं, थुनाग बाजार में नाले का काम शुरू करने के तुरंत बाद ही विवाद खड़ा हो गया था. कुछ लोग सरकारी भूमि को भी छोड़ना नहीं चाहते थे, जिसके कारण करीब 15 से 20 दिनों तक ये काम ठप रहा, लेकिन स्थानीय पंचायत थुनाग के प्रधान धनेश्वर सिंह ने दो दिन पहले राजस्व विभाग से निशानदेही करवा कर शनिवार से दोबारा काम शुरू करवा दिया है. लोक निर्माण विभाग जंजैहली मंडल के एक्सन चमन ठाकुर ने बताया कि टेंडर जारी कर ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है. कुछ स्थानीय लोगों ने इसमें रुकावट डालने का काम किया था, जिनसे स्थानीय पंचायत प्रधान को निपटाने के लिए कह दिया गया था.
पिछले साल बाढ़ ने मचाई थी तबाही
इस नाले में दोनों तरफ तटीकरण होने से थुनाग बाजार के दुकानदार व बाजार में रहने वाली सैकड़ों की आबादी को फायदा होगा. पिछले साल जुलाई माह में थुनाग बाजार में आई बाढ़ की चपेट में 7 घर और 90 से ज्यादा दुकानें आई थी. दो घरों को भारी नुकसान हुआ था. जिसके बाद 13 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग का दौरा किया था और मौके पर नाले के तटीकरण की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए थे.
दशकों पुरानी मांग अब होगी पूरी
थुनाग बाजार में इस नाले को चौड़ा करने व इसके तटीकरण करने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी. नाले के तंग होने के कारण पिछले दो सालों में दो बार बाढ़ आ गई है. जिससे थुनाग बाजार की दुकानों में मलबा घुस गया और लाखों-करोड़ों का नुकसान हुआ. साल 2023 में तो इस नाले ने भयंकर रूप लेकर एक घर को मात्र तीन सेकेंड में खत्म कर उसका नामोनिशान ही मिटा दिया था और करीब 15 से 20 अन्य घरों को भी खासा नुकसान पहुंचाया था. जिससे तंग होकर स्थानीय बाजार के व्यापारियों व लोगों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष मांग रखी थी और सीएम सुक्खू ने नाले को स्थाई और पक्का करने के निर्देश दिए थे. हालांकि बजट न होने के चलते ये काम नहीं हो पाया था.
ये भी पढे़ं: लिंक रोड से भी बदतर हालत में है ये नेशनल हाईवे, सरकार पर फूटा लोगों का गुस्सा
ये भी पढे़ं: धधक रहे हिमाचल के जंगल, करोल पर्वत में बेकाबू हुई आग, धूं-धूं कर जल रही वन संपदा
ये भी पढे़ं: नाहन के पास जंगल में पेड़ से लटके मिले युवक-युवती के शव, इलाके में फैली सनसनी