हजारीबाग: आखिर हजारीबाग से भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा इसे लेकर पार्टी के कई नेता अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. ऐसे में डॉक्टर अमित सिन्हा ने भी हजारीबाग में दावेदारी पेश की है. उनका कहना है कि वह हजारीबाग के स्थानीय हैं और भारतीय जनता पार्टी में पिछले कई सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इतना ही नहीं उनका परिवार भी जनसंघ के समय से जुड़ा हुआ है.
हजारीबाग सदर के उम्मीदवार बनने की इच्छा
क्या अमित सिंह भाजपा के उम्मीदवार होंगे, आज यह सवाल हजारीबाग में सामान्य हो गया है. अमित सिन्हा का कहना है कि भाजपा में कई सालों से सेवा दे रहे हैं. इस नाते हजारीबाग से उनकी दावेदारी है. इतना ही नहीं झारखंड के बीजेपी चुनाव प्रबंधन विभाग में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी है. अमित सिन्हा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य भी रह चुके हैं और संगठन मंत्री राजेंद्र सिंह के सहयोगी भी रहे हैं. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में कार्यक्रम विभाग के सदस्य के तौर पर सेवा दे चुके हैं. इसके अलावा कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पार्टी ने उन्हें दी है. इस कारण से अब वह भाजपा से हजारीबाग सदर के उम्मीदवार बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें मौका देगी तो चुनाव लड़ेंगे, अगर मौका नहीं देती है तो जो भी उम्मीदवार होगा उसे भरपूर मदद करेंगे.
भाजपा की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है 'हजारीबाग'
अमित सिन्हा एबीवीपी कार्यकर्ता और 2013 में चुनाव संयोजक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. अमित सिन्हा का यह भी कहना है कि वर्तमान समय में यूथ को राजनीति में आने की जरूरत है, क्योंकि युवा शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है. युवा की सोच से देश का विकास हो सकता है. जिसके कारण कई राज्यों में युवा जनप्रतिनिधि भी बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि जेएनयू दिल्ली से हिंदी भाषा में पोस्ट ग्रेजुएट की है. रांची विश्वविद्यालय से पीएचडी की है, जिसमें शोध का विषय स्वातंत्र्योत्तर हिंदी उपन्यासों में राष्ट्रवादी विचारधारा है. अमित सिंह को इंतजार है शीर्ष नेतृत्व का कि उन्हें हजारीबाग से मौका दे. बहरहाल हजारीबाग भारतीय जनता पार्टी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है. ऐसे में पार्टी किससे उम्मीदवार बनाती है यह देखना भी दिलचस्प होता जा रहा है.
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