रामनगर: उत्तराखंड में भारी बरिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नदी-नाले उफान पर आने से कई मार्ग बाधित चल रहे हैं. इसी बीच मोहान क्षेत्र में कोसी नदी से भू कटाव होने से दर्जनों पेड़ नदी में बह गए हैं. वहीं, सिंचाई विभाग ने कोसी बैराज के सभी गेटों को खोल दिया है, ताकि पेड़ आसानी से आगे बढ़ सकें.
कोसी नदी में बहे दर्जनों पेड़: रामनगर सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता जावेद ने बताया कि देर शाम कोसी नदी के उफान पर आने पर कोसी नदी में 50 से ज्यादा पेड़ बह गए हैं, जो पानी के निकासी गेटों(तास)पर टकरा रहे थे, जिससे कोसी बैराज को क्षतिगस्त होने का खतरा बना हुआ था.
कोसी बैराज के सभी गेट खुले: सहायक अभियंता जावेद ने बताया कि हमारे द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर पानी निकासी के 10 के 10 गेटों को खोला गया है, जिससे नदी में बहकर आ रहे बड़े-बड़े पेड़ आसानी से निकल पाएं. उन्होंने कहा कि कई बड़े पेड़ निकासी गेटों पर अटक गए थे, जिन्हें कर्मचारियों द्वारा बमुश्किल से हटाया गया.
कोसी नदी का बढ़ा जलस्तर: बता दें कि कोसी नदी का जलस्तर 26000 क्यूसेक हो गया था, जिससे मैदानी क्षेत्र में सिंचाई विभाग ने अलर्ट घोषित किया था. वहीं, चुकुम गांव में भारी बारिश के बाद तीन से चार घर कोसी नदी में बह गए थे. साथ ही 15 से 20 बीघा फसल भी बर्बाद हो गई थी.
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