बस्तर: बस्तर में सुरक्षाबलों को नक्सल मोर्चे पर डबल कामयाबी मिल रही है. एक तरफ नक्सल ऑपरेशन में माओवादियों का सफाया हो रहा है. दूसरी तरफ कई माओवादी अब लाल आतंक का रास्ता छोड़ रहे हैं. बस्तर में मंगलवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. यहां एक इनामी सहित चार नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है.
एक लाख के इनामी नक्सली पांडू का सरेंडर: चारों नक्सलियों ने बस्तर जिले में एसपी शलभ सिन्हा के सामने सरेंडर किया है. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में पांडू ऊर्फ छोटा पांडू कवासी है. यह साल 2014 से नक्सल संगठन से जुड़ा हुआ है. बाद में यह कांगेर वैली कमेटी में माचकोट एलओएस सदस्य बना. यह नक्सली कमांडर देवा, संजू , मंगलू और लक्षमण के साथ काम करता था. पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने और सड़क निर्माण को नुकसान पहुंचाने की घटना में यह शामिल रहा है. इस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.
सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों के बारे में जानिए: सरेंडर करने वाले अन्य नक्सलियों में मनकुराम कश्यप और फूलमती उर्फ गिरजा भी शामिल हैं. ये दोनों आपस में प्रेम करने लगे थे और शादी कर ओरछा गांव में बस गए थे. ये नक्सलियों को नक्सल सामान पहुंचाने का काम करते थे. माओवादियों के सहयोगी के रुप में भी यह कार्य कर रहे थे. इसी तरह नक्सलियों का मुखबिर और मददगार रहे नक्सली करिया पोयाम ने भी सरेंडर किया है. सभी नक्सलियों ने जगदलपुर के शौर्य भवन में आत्मसमर्पण किया है. माओवादियों को छत्तीसगढ़ की नक्सल पुनर्वास नीति के तहत प्रोत्साहन राशि दी गई है.