चित्तौड़गढ़.भदेसर उपखंड क्षेत्र के भालूंडी ग्राम पंचायत के काहरों की ढाणी में मंगलवार को खुले में सोये दंपती पर श्वानों के झुंड ने हमला कर 15—20 जगह काट लिया. उनके चीखने की आवाज सुनकर आसपास से ग्रामीण आए और उन्हें श्वानों से बचाया. देर रात दंपती को भदेसर चिकित्सालय लाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया.
प्रतापगढ़ जिले के बारावरदा तहसील के श्रीकीपीपली गांव के मजदूर दंपती अपने साथियों के साथ भदेसर तहसील के क्षेत्र में मजदूरी करने के लिए आए हुए थे. वर्तमान में खेतों में गेहूं की कटाई का कार्य कर रहे थे. मंगलवार रात को वह अपने साथी मजदूरों के साथ खेत में सो रहे थे. घायल 40 वर्षीय लालू राम पुत्र घमरमर ने बताया कि वह अपनी पत्नी 35 वर्षीय मखदू के साथ खुले में खेत पर सोया था. रात्रि 12:30 बजे श्वानों के एक झुंड ने एकाएक उन पर हमला कर दिया. वे लोग संभल पाते, तब तक श्वानों के झुंड ने उनके शरीर पर लगभग 15 से 20 जगह काट खाया. उनके चिल्लाने पर आसपास के मजदूर भी उठ गए और लाठियां फटकार उन्हें भगाया एवं उन्हें जख्मी अवस्था में भदेसर अस्पताल लाया गया,जहां नर्सिंग कर्मचारी द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया. लगभग पूरे शरीर पर 8-10 जगह टांके लगाए गए एवं ड्रेसिंग की गई. प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई.
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गांव में बढ़े आवारा श्वान: काहरों की ढाणी के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ समय से तो यहां आवारा श्वान झुंड के रूप में आसपास घूम रहे हैं. वे किसी पर भी हमला कर देते हैं. उन्होंने इन श्वानों को पकड़ कर अन्यत्र छोड़ने की गुहार लगाई है. बता दें कि गत महीने बेगू उपखंड के पारसोली कस्बे में इसी प्रकार की यह घटना सामना आई थी, जिसमें श्वान के झुंड ने स्कूल जा रहे छह वर्षीय बच्चे पर हमला कर दिया और उसकी जान ले ली. जिले के अन्य कई गांव से भी श्वानों के हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं.