दुमकाः जिला के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रवीण कुमार सोलंकी के साथ एक मरीज के परिजनों ने दुर्व्यवहार किया था. 15 दिन से भी ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद भी इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज अस्पताल के चिकित्सकों ने शुक्रवार को ओपीडी सेवा ठप कर दी है.
क्या है पूरा मामला
पिछले माह 25 मार्च होली के दिन दुमका स्थित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ड्यूटी पर डॉक्टर प्रवीण कुमार सोलंकी तैनात थे. उस वक्त एक मरीज के परिजनों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था. जिसकी सूचना उन्होंने स्थानीय थाना की पुलिस और अपने प्रबंधन को देकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी. साथ ही अन्य चिकित्सकों ने भी पीजेएमसीएच में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ करने की भी मांग रखी थी.
इस घटना के 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो नाराज चिकित्सकों ने शुक्रवार को फुलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी सेवा को ठप कर दिया. चिकित्सकों ने अस्पताल में सारे विभाग के दरवाजे बंद कर दिये. इधर डॉक्टर के द्वारा किए गए इस कार्य बहिष्कार की वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अस्पताल में काफी संख्या में मरीज दूर-दराज से इलाज के लिए आए हैं पर डॉक्टर उन्हें देख नहीं रहे हैं. इस परेशानी को लेकर मरीज का कहना है कि समझ में नहीं आ रहा कहां जाएं. हालांकि इमरजेंसी मरीजों के लिए सेवा जारी रखी गई है लेकिन ओपीडी बंद होने से उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अस्पताल परिसर में पुलिस पिकेट खोलने की मांग
शुक्रवार को कार्य बहिष्कार करने वाले डॉक्टर्स में शामिल पीड़ित चिकित्सक डॉ. प्रवीण कुमार सोलंकी का कहना है कि सबसे पहले 25 मार्च को जिन लोगों ने डॉक्टर के दुर्व्यवहार किया था, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो. वहीं हमारी सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ किया जाए. इसके साथ ही कार्य बहिष्कार करने वाले डॉक्टर्स ने एकसुर में मांग करते हुए कहा कि अस्पताल में एक पुलिस पिकेट स्थापित की जाए और उसमें चार-पांच पुलिसकर्मी हमेशा तैनात रहें.
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