महासमुंद: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी डाक्टर की हत्या के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 17 अगस्त को देशभर में बंद का आह्वान किया था. शनिवार को पूरे देश में इमरजेंसी सेवा छोड़कर सभी चिकित्सकीय सेवाएं बंद रही. महासमुंद में भी सभी छोटे-बड़े अस्पतालों के डॉक्टर 24 घंटे हड़ताल पर हैं. इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद कर दी गई है.
डॉक्टरों की खास मांगें क्या है: हड़ताल पर बैठे डॉक्टर युगल चंद्राकर का कहना है कि, "हमारी 5 सूत्रीय मांगें हैं, जिसमें रेजिडेंट डॉक्टरों के काम करने और रहने की स्थिति में बदलाव की मांग की गई है. साल 2023 में महामारी रोग अधिनियम 1897 में किए गए संशोधनों को शामिल करने की मांग की गई है. डॉक्टरों पर हुए हमलों में निर्धारित समय में कार्रवाई की मांग की गई है. सभी अस्पतालों के सुरक्षा की मांग के साथ ही पीड़ित परिवार को सम्मानजनक मुआवजा देने की मांग शामिल है."
अस्पतालों में पसरा सन्नाटा: बता दें कि ये डॉक्टर्स अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है. महासमुंद के अस्पतालों में भी अस्पताल खाली पड़ा है. लगभग सभी अस्पतालों में सन्नाटा पसरा हुआ है. कुछ मरीज आ रहे हैं. हालांकि डॉक्टरों के हड़ताल के कारण उनको वापस लौटना पड़ रहा है. हड़ताल पर बैठे डॉक्टर का कहना है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे वापस विरोध प्रदर्शन करेंगे.