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राज्य पक्षी गोडावण को बर्ड फ्लू से बचाने के लिए DNP हुआ अलर्ट, 24 घंटे रखी जा रही नजर - ALERT IN DNP DUE TO BIRD FLU

राज्य पक्षी गोडावण को बर्ड फ्लू से बचाने के लिए गोडावण विचरण क्षेत्र के वॉटर पॉइंट पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

Alert in DNP due to Bird flu
गोडावण को बचाने के लिए मशक्कत तेज (ETV Bharat Jaisalmer)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 16, 2025, 6:19 PM IST

जैसलमेर: पश्चिमी राजस्थान में बर्ड फ्लू के संक्रमण से राज्य पक्षी गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) को बचाने के लिए मशक्कत तेज हो गई है. जैसलमेर के गोडावण विचरण क्षेत्र के वॉटर पॉइंट पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जैसलमेर जिले में जिस तरह शीतकालीन प्रवास पर आने वाले पक्षी कुरजां में बर्ड फ्लू का खतरा और मौतें हुई हैं. इसे देखते हुए जैसलमेर जिले के कुरजां के पड़ाव स्थलों पर विशेष सतर्कता व मॉनिटरिंग की जा रही है.

गोडावण को बचाने के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश (ETV Bharat Jaisalmer)

इसको लेकर डीएनपी के एसीएफ अशोक सिंह ने बताया कि डेजर्ट नेशनल पार्क सेंचुरी में वन विभाग ने गोडावण विचरण वाले इलाकों में राज्य पक्षियों के लिए अलग से वॉटर पाइंट का निर्माण करा रखा है. यदि बर्ड फ्लू से प्रभावित कोई भी मरा हुआ पक्षी मिलता है, तो तुरंत पशुपालन विभाग को सूचित करेंगे. जैसलमेर के सम इलाके में बनाए हेचिंग सेंटर में गोडावण के चूजों का बाहरी दुनिया से बिल्कुल भी संपर्क नहीं है.

पढ़ें: बर्ड फ्लू ने टाला फलोदी में कुरजां महोत्सव, पतंगबाजी पर भी रोक - KURJAN BIRD FESTIVAL POSTPONED

एक तरह से चूजों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सेंटर के सुरक्षित परिसर के आसपास कोई बर्ड फ्लू प्रभावित पक्षी पहुंचने की संभावना ना के बराबर है. उन्होंने बताया कि जैसलमेर में पक्षियों को बर्ड फ्लू बीमारी से बचाने के लिए गोडावण प्रोजेक्ट में कार्यरत भारतीय वन्यजीव संस्थान के वेटरनरी वन विभाग की टीम दूरबीन के साथ गोडावण विचरण स्थलों में राज्य पक्षी के असामान्य व्यवहार व अन्य गतिविधियों पर 24 घंटे नजर रखे हुए है.

पढ़ें: बर्ड फ्लू से कुरजां की मौत ने बढ़ाई चिंता, सांभर लेक में प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए कड़ी निगरानी - SAMBHAR LAKE JAIPUR

भोपाल के निशाद की रिपोर्ट में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि: बता दें कि जैसलमेर में पिछले दो दिनों से मिल रहे प्रवासी पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू है. भोपाल निशाद लैब से इसकी पुष्टि हो गई है. इसके बाद अब प्रशासन अलर्ट मोड पर है. क्यूआरटी के साथ ही पशु अस्पताल, चिकित्सा विभाग, वन विभाग व राजस्व विभाग के फील्ड के अधिकारियों को पूरी तरह से चौकस कर दिया गया है.

पढ़ें: फलोदी के खींचन में मेहमान पक्षी कुरजां की मौत का कारण बर्ड फ्लू - DEATH OF CRANES IN PHALODI

गौरतलब है कि पिछले दो दिन तक लगातार कुरजां के शव मिले थे. पहले दिन एक साथ 6, तो दूसरे दिन एक कुरजां का शव मिला था. इसके बाद ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने शव उठाकर उसके सैंपल भोपाल स्थित निशाद लैब भेजे. जहां से प्रवासी पक्षियों में मौत का कारण बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हो गई है. सबसे पहले फलोदी के पास स्थित खीचन में प्रवासी पक्षियों की मौत हुई थी. जिसके बाद अब जैसलमेर में भी बर्ड फ्लू के कारण प्रवासी पक्षियों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है.

जैसलमेर: पश्चिमी राजस्थान में बर्ड फ्लू के संक्रमण से राज्य पक्षी गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) को बचाने के लिए मशक्कत तेज हो गई है. जैसलमेर के गोडावण विचरण क्षेत्र के वॉटर पॉइंट पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. जैसलमेर जिले में जिस तरह शीतकालीन प्रवास पर आने वाले पक्षी कुरजां में बर्ड फ्लू का खतरा और मौतें हुई हैं. इसे देखते हुए जैसलमेर जिले के कुरजां के पड़ाव स्थलों पर विशेष सतर्कता व मॉनिटरिंग की जा रही है.

गोडावण को बचाने के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश (ETV Bharat Jaisalmer)

इसको लेकर डीएनपी के एसीएफ अशोक सिंह ने बताया कि डेजर्ट नेशनल पार्क सेंचुरी में वन विभाग ने गोडावण विचरण वाले इलाकों में राज्य पक्षियों के लिए अलग से वॉटर पाइंट का निर्माण करा रखा है. यदि बर्ड फ्लू से प्रभावित कोई भी मरा हुआ पक्षी मिलता है, तो तुरंत पशुपालन विभाग को सूचित करेंगे. जैसलमेर के सम इलाके में बनाए हेचिंग सेंटर में गोडावण के चूजों का बाहरी दुनिया से बिल्कुल भी संपर्क नहीं है.

पढ़ें: बर्ड फ्लू ने टाला फलोदी में कुरजां महोत्सव, पतंगबाजी पर भी रोक - KURJAN BIRD FESTIVAL POSTPONED

एक तरह से चूजों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सेंटर के सुरक्षित परिसर के आसपास कोई बर्ड फ्लू प्रभावित पक्षी पहुंचने की संभावना ना के बराबर है. उन्होंने बताया कि जैसलमेर में पक्षियों को बर्ड फ्लू बीमारी से बचाने के लिए गोडावण प्रोजेक्ट में कार्यरत भारतीय वन्यजीव संस्थान के वेटरनरी वन विभाग की टीम दूरबीन के साथ गोडावण विचरण स्थलों में राज्य पक्षी के असामान्य व्यवहार व अन्य गतिविधियों पर 24 घंटे नजर रखे हुए है.

पढ़ें: बर्ड फ्लू से कुरजां की मौत ने बढ़ाई चिंता, सांभर लेक में प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए कड़ी निगरानी - SAMBHAR LAKE JAIPUR

भोपाल के निशाद की रिपोर्ट में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि: बता दें कि जैसलमेर में पिछले दो दिनों से मिल रहे प्रवासी पक्षियों के कारण बर्ड फ्लू है. भोपाल निशाद लैब से इसकी पुष्टि हो गई है. इसके बाद अब प्रशासन अलर्ट मोड पर है. क्यूआरटी के साथ ही पशु अस्पताल, चिकित्सा विभाग, वन विभाग व राजस्व विभाग के फील्ड के अधिकारियों को पूरी तरह से चौकस कर दिया गया है.

पढ़ें: फलोदी के खींचन में मेहमान पक्षी कुरजां की मौत का कारण बर्ड फ्लू - DEATH OF CRANES IN PHALODI

गौरतलब है कि पिछले दो दिन तक लगातार कुरजां के शव मिले थे. पहले दिन एक साथ 6, तो दूसरे दिन एक कुरजां का शव मिला था. इसके बाद ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने शव उठाकर उसके सैंपल भोपाल स्थित निशाद लैब भेजे. जहां से प्रवासी पक्षियों में मौत का कारण बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हो गई है. सबसे पहले फलोदी के पास स्थित खीचन में प्रवासी पक्षियों की मौत हुई थी. जिसके बाद अब जैसलमेर में भी बर्ड फ्लू के कारण प्रवासी पक्षियों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है.

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