हिसार: जिले के उकलाना मंडी के एक गांव में पंचायत ने फरमान जारी किया है. पंचायत के फरमान के मुताबिक गांव में किसी के शादी में डीजे नहीं बजेगा. साथ ही मृत्यु भोज पर भी रोक लगी है. पंचायत का मानना है कि गांव के लोग शादी के 2-3 दिन पहले ही डीजे बजाने लगते हैं. इससे दूसरे लोगों को काफी परेशानी होती है. वहीं, मृत्युभोज से गरीब परिवार को काफी परेशानी होती है. ऐसे में मृत्युभोज पर भी प्रतिबंध लगा है. पंचायत का फरमान न माने जाने पर 11 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा.
सर्वसम्मति से लिया गया फैसला: दरअसल, ये मामला उकलाना मंडी के खैरी गांव का है. गांव खैरी में ग्रामीणों की बैठक पूर्व पंच माटा राम की अध्यक्षता में हुई, जिसमें गांव में आज से ही डीजे बजाने और मृत्यु भोज देने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया. इस फैसले की अवहेलना करने पर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की गई है.
डीजे बजाने पर लगाया प्रतिबंध: सभा के अध्यक्ष पूर्व पंच माटा राम और नरेंद्र खैरी ने बताया कि आज गांव में जो शादी समारोह होते हैं, उनमें पूरी-पूरी रात तेज आवाज में डीजे बजाया जाता है. अब तो यह चलन बन चुका है कि शादी से 3-4 दिन पहले ही घरों में डीजे बजाना शुरू हो जाता है. इससे ग्रामीणों को परेशानी होती है. ऊंची और तेज आवाज में डीजे बजाने से पशुओं को भी कई बार दिक्कत होती है. डीजे की धुन पर शराब पीकर युवा नाचते हैं. कई बार आपस में झगड़ा भी कर लेते हैं. कई युवा तो शराब के नशे में डांस करते हैं. इन सबका प्रभाव युवा वर्ग पर पड़ता है.
मृत्युभोज पर लगा प्रतिबंध: सभा के अध्यक्ष की मानें तो गांव में किसी बुजुर्ग की मृत्यु होने पर ग्रामीणों को मृत्यु भोज दिया जाता है, जिसका अब प्रचलन ज्यादा हो गया है. परिवार में शोक में होने के बावजूद सामाजिक मजबूरी के कारण परिवार को यह मृत्यु भोज करना पड़ता है. जो किसी भी प्रकार से सही नहीं है. कई बार तो हालात ये होते हैं कि जिस परिवार में बुजुर्ग की मौत होती है, उसकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होती है. लेकिन सामाजिकता के नाते उसे मजबूरन कर्ज उठाकर भी मृत्यु भोज देना पड़ता है. ये किसी भी तरह से सही नहीं है. इस पर विचार विमर्श करने के बाद ग्रामीणों ने गांव खैरी में मृत्यु भोज देने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
पंचायत में मौजूद थे खैरी गांव के लोग: सभा के अध्यक्ष माटा राम और नरेंद्र खैरी ने बताया कि पंचायत के इस फैसले के दौरान पूरा गांव मौजूद था. ग्रामीणों की सम्मति से ही ये फैसला लिया गया है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति अब गांव में डीजे बजाता है या मृत्यु भोज देता है तो उसके ऊपर ग्रामीणों की ओर से 11 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा. इसके साथ ही ग्रामीणों ने बढ़ते नशे को लेकर चिंता जताई. इस मौके पर नारकोटिक्स विभाग की ओर से जारी किया नंबर सभी ग्रामीणों को बताया गया. ग्रामीणों से अपील की गई कि अगर कोई व्यक्ति गांव में नशे का कारोबार करता है या युवा पीढ़ी को नशे की ओर प्रेरित करता है तो उसे लेकर कोई भी ग्रामीण नारकोटिक्स विभाग के नंबर पर सीधी कॉल करके गुप्त रूप से सूचना दे सकता है.
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