गया: कल यानी 31 अक्टूबर को दिवाली है. लोग दिवाली की खरीदारी इस समय जमकर कर रहे हैं. गया में बंगाल-लखनऊ और चुनारवाली 'माता लक्ष्मी-श्री गणेश' की मूर्ति से बाजार पटा हुआ है. चुनार, बंगाल और लखनऊ वाली श्री गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति की मांग भी बढ़ी हुई है. बाजार में मिट्टी की प्रतिमा की कीमत 250 से लेकर 10000 तक है, जबकि प्लास्टर ऑफ पेरिस की बनी प्रतिमा की कीमत इस बार बाजार में कम है.
मिट्टी की प्रतिमा शुभ मानी जाती है: इस साल मिट्टी से बनी देवी देवताओं की प्रतिमा की मांग अधिक है. शहर के केपी रोड, जीबी रोड समेत कई भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में श्री गणेश लक्ष्मी से लेकर अन्य मूर्तियों से मंडी पटी हुई है. इसकी डिमांड बढ़ने से पारंपरिक तार वाली मूर्तियों की भी मांग कम गई है. इसकी कीमत भी सामान्य मूर्तियों की तुलना में काफी अधिक है.
250 से 10 हजार तक की हैं प्रतिमा: गया के मंडियों में 250 से 6000 और 10 हजार तक की प्रतिमा है. चितरंजू रंजन ने बताया की दो तरह की प्रतिमाएं बाज़ार में हैं, एक प्लास्टर ऑफ पेरिस की बनी है, जबकि दूसरी मिट्टी से बनी है. मिट्टी से बनी प्रतिमाएं शुभ मानी जाती है. मिट्टी की प्रतिमा की कीमत अधिक है.
"सिर्फ मेरे पास से दीपावली के अवसर पर 10 लाख से अधिक की प्रतिमाएं बिकती हैं. पूरे शहर में कई क्षेत्रों में दीपावली के अवसर पर स्टॉल लगते हैं. स्टॉल की संख्या लगभग गया शहर में 100 से अधिक है."-चितरंजू रंजन, दुकानदार
बाजार में बिक रहे हैं घर सजाने के भी सामान: दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी और श्री गणेश की प्रतिमाओं के साथ घर सजाने की वस्तु की भी डिमांड है. इनकी भी कीमत पिछले वर्ष से अधिक है. प्रतिमा के साथ घर सजाने की वस्तु सबसे अधिक धनतेरस के दिन बिकते हैं.
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