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दिवाली की तारीख और मुहूर्त का है कंफ्यूजन तो ऐसे करें दूर, 31 अक्टूबर को ही क्यों? - DIWALI 2024 DATE AND MUHOORT

दिवाली की तारीख को लेकर कंफ्यूजन दूर कर लें. ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री ने बता दिया है कि 31 अक्टूबर को ही क्यों है.

DIWALI 2024 DATE AND muhoort
31 अक्टूबर है दिवाली की सही तारीख (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 19, 2024, 5:57 PM IST

Diwali 2024 31 October or 1 November: दिवाली की तैयारी इन दिनों जोरों पर चल रही है क्योंकि इसी अक्टूबर महीने के आखिरी में दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा. बाजार सज चुके हैं, घरों में साफ सफाई का दौर भी शुरू हो चुका है लेकिन इस बार दिवाली की तारीख को लेकर लोगों के मन में कन्फ्यूजन भी है. कोई कह रहा है इस बार दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी तो कोई कह रहा है 1 नवंबर को मनाई जाएगी. आखिर दीपावली का सही समय कब है और किस दिन मनाया जाना है जानते हैं ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.

दिवाली की सही तारीख जानिए

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "इस बार दिवाली की तारीख 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को लेकर भ्रम की स्थिति है. शास्त्र संवत के अनुसार दीपदान और लक्ष्मी पूजा कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि में मनाई जाती है और इस बार दीपदान और दीपावली का त्यौहार 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा. ज्योतिष शास्त्र और विद्वानों की माने तो इस बार 31 अक्टूबर को ही दिवाली मनाई जाएगी. इसी दिन लक्ष्मी पूजा और दीपदान किया जाएगा."

ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री बता रहे हैं दिवाली पूजा की सही तारीख (ETV Bharat)

31 अक्टूबर को ही दिवाली क्यों ?

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शास्त्री कहते हैं कि "इस बार दीपावली 31 अक्टूबर को इसलिए मनाई जाएगी क्योंकि लक्ष्मी पूजा और दीपदान अमावस्या तिथि में ही किया जाता है. ऐसा शास्त्रों में लिखा है और 31 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 31 मिनट के बाद अमावस्या तिथि प्रारंभ हो जाएगी और यह 1 नवंबर को शाम 6 बजकर 12 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि 1 नवंबर को पड़ रही है, और इस जिन शाम को 6:12 के बाद प्रतिपदा तिथि आ जाती है और प्रतिपदा तिथि में दीपदान और लक्ष्मी पूजा नहीं की जाती है. शास्त्रों में इसके अलग-अलग मत आ रहे हैं कहीं उज्जैन से आ रहे हैं कहीं इंदौर से आ रहे हैं कहीं बनारस से आ रहे हैं कि दीपावली 1 तारीख को मनाई जाएगी लेकिन जो जानकार विद्वान हैं और जो शास्त्रों में उल्लेख है उसके अनुसार दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी. अमावस्या तिथि 31 तारीख को ही है और इसी दिन दीपदान किया जाता है. 31 तारीख को शाम को 4:31 के बाद 12 बजे तक लक्ष्मी पूजा और दीपदान कर सकते हैं."

ये भी पढ़ें:

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ऐसे करें पूजा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "31 अक्टूबर को पूजा स्थल की सफाई करें वहां थोड़ा सा गंगाजल छिड़क दें और फूल माला लेकर एक झांकी सजाएं. सुंदर झांकी बनाएं वहां गणेश जी लक्ष्मी जी कुबेर जी की स्थापना करें और विधि विधान से पूजन करें. आरती करें भोग लगाएं और फिर दीपदान करें तो लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं और उस घर में माता लक्ष्मी का निवास होता है."

Diwali 2024 31 October or 1 November: दिवाली की तैयारी इन दिनों जोरों पर चल रही है क्योंकि इसी अक्टूबर महीने के आखिरी में दीपावली का त्यौहार मनाया जाएगा. बाजार सज चुके हैं, घरों में साफ सफाई का दौर भी शुरू हो चुका है लेकिन इस बार दिवाली की तारीख को लेकर लोगों के मन में कन्फ्यूजन भी है. कोई कह रहा है इस बार दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी तो कोई कह रहा है 1 नवंबर को मनाई जाएगी. आखिर दीपावली का सही समय कब है और किस दिन मनाया जाना है जानते हैं ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.

दिवाली की सही तारीख जानिए

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "इस बार दिवाली की तारीख 31 अक्टूबर या 1 नवंबर को लेकर भ्रम की स्थिति है. शास्त्र संवत के अनुसार दीपदान और लक्ष्मी पूजा कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि में मनाई जाती है और इस बार दीपदान और दीपावली का त्यौहार 31 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा. ज्योतिष शास्त्र और विद्वानों की माने तो इस बार 31 अक्टूबर को ही दिवाली मनाई जाएगी. इसी दिन लक्ष्मी पूजा और दीपदान किया जाएगा."

ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री बता रहे हैं दिवाली पूजा की सही तारीख (ETV Bharat)

31 अक्टूबर को ही दिवाली क्यों ?

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शास्त्री कहते हैं कि "इस बार दीपावली 31 अक्टूबर को इसलिए मनाई जाएगी क्योंकि लक्ष्मी पूजा और दीपदान अमावस्या तिथि में ही किया जाता है. ऐसा शास्त्रों में लिखा है और 31 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 31 मिनट के बाद अमावस्या तिथि प्रारंभ हो जाएगी और यह 1 नवंबर को शाम 6 बजकर 12 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि 1 नवंबर को पड़ रही है, और इस जिन शाम को 6:12 के बाद प्रतिपदा तिथि आ जाती है और प्रतिपदा तिथि में दीपदान और लक्ष्मी पूजा नहीं की जाती है. शास्त्रों में इसके अलग-अलग मत आ रहे हैं कहीं उज्जैन से आ रहे हैं कहीं इंदौर से आ रहे हैं कहीं बनारस से आ रहे हैं कि दीपावली 1 तारीख को मनाई जाएगी लेकिन जो जानकार विद्वान हैं और जो शास्त्रों में उल्लेख है उसके अनुसार दीपावली 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी. अमावस्या तिथि 31 तारीख को ही है और इसी दिन दीपदान किया जाता है. 31 तारीख को शाम को 4:31 के बाद 12 बजे तक लक्ष्मी पूजा और दीपदान कर सकते हैं."

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ऐसे करें पूजा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "31 अक्टूबर को पूजा स्थल की सफाई करें वहां थोड़ा सा गंगाजल छिड़क दें और फूल माला लेकर एक झांकी सजाएं. सुंदर झांकी बनाएं वहां गणेश जी लक्ष्मी जी कुबेर जी की स्थापना करें और विधि विधान से पूजन करें. आरती करें भोग लगाएं और फिर दीपदान करें तो लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं और उस घर में माता लक्ष्मी का निवास होता है."

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