किशनगंजः बिहार के किशनगंज में कांग्रेस नेताओं के बीच मतभेद देखने को मिल रही है. कांग्रेस के बहादुरगंज विधानसभा से पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने निर्वतमान सांसद सह कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. जावेद के खिलाफ में बयान दिया. उन्होंने कहा कि किशनगंज की जनता डॉ जावेद से नाराज हैं. उन्होंने जावेद पर चुनाव लड़ने से पहले सलाह मशवरा नहीं करने का आरोप लगाया.
खरगे की चुनावी रैली: दरअसल, कांग्रेस के बहादुरगंज के पूर्व विधायक तौसीफ आलम के गढ़ माने जाने वाले लोहागाड़ा में शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की चुनावी रैली हुई. इस रैली में मात्र 10 से 15 हजार लोग पहुंचे थे. इसको लेकर पूर्व विधायक तोसिफ ने कहा हमारे मीटिंग में 10 हजार लोग ऐसे ही जुट जाते हैं. अगर सलाह मशवरा करते तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनावी सभा में खचाखच लोगों की भीड़ रहती.
'जावेद को नहीं कांग्रेस को वोट करें': शुक्रवार को भी तौसीफ आलम सभा को संबोधित करते हुए लोगों से कहा था कि मुझे पता है कि आपलोग डॉ जावेद से नाराज हैं. आपलोग डॉ जावेद के खिलाफ में हैं. आपको डॉ जावेद को वोट नहीं देना है बल्कि कांग्रेस को देना है. पूर्व विधायक तौसीफ आलम के इस बयान से साफ हो गया कि पार्टी के अंदर नाराजगी है.
"कांग्रेस पार्टी के जो उम्मीदवार है डॉ जावेद आजाद उनसे यहां की आम जनता नाराज है, लेकिन कांग्रेस पार्टी से नाराज नहीं है. जनता कांग्रेस को वोट करेगी. मैं भी कांग्रेस से टिकट का दावेदार था लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट दिया. टिकट मिलने के बाद वे हमसे सलाह नहीं लेते हैं." -तौसीफ आलम, पूर्व विधायक
'50 हजार से ज्यादा भीड़ जुटती': राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा में भीड़ नहीं जुटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि डॉ जावेद ने उनसे कोई सलाह नहीं ली. अगर उनसे सलाह ली जाती तो 50 हजार से अधिक की भीड़ जुटती. पूर्व विधायक ने कहा प्रत्याशी से मतलब नहीं है लेकिन कांग्रेस से मतलब है. यहां के लोग सेकुलरिज्म हैं और कांग्रेस को वोट देंगे.
'जनता को नाराज नहीं करो': राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे अपने चुनावी भाषण समाप्त होने से पहले कांग्रेस के निवर्तमान सांसद व कांग्रेस प्रत्याशी डॉ जावेद आजाद का हाथ पकड़ कर जनता के सामने कहा अब जो भी होगा लड़ने का है. लड़ते रहो तुम भी अपना गलती सुधार लो लोग नाराज हैं. इन्हें नाराज मत करो.