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'कल्पना' को नहीं मानूंगी सीएम, गुरुजी की बड़ी बहू सीता सोरेन का ऐलान, मेरी बेटी को आशीर्वाद क्यों नहीं देते हेमंत - झारखंड में राजनीतिक संकट

Sita Soren refuses to accept Kalpana as CM. झारखंड में राजनीतिक संकट के बीच हेमंत सोरेन के लिए एक नई असमंजस की स्थिति बन गई है. कल्पना सोरेन को सीएम बनाने की चर्चा के बीच भाभी और विधायक सीता सोरेन ने कल्पना को सीएम के तौर पर स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 30, 2024, 9:32 PM IST

रांची: कब तक चुप रहूंगी... कब तक सहूंगी... झारखंड में छिड़े सियासी घमासान के बीच झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहू सह जामा विधायक सीता सोरेन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनके देवर हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाते हैं तो वह उस फैसले को स्वीकार नहीं करेंगी. ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह से फोन पर बातचीत के दौरान सीता सोरेन ने अपने संघर्षों की कहानी बताई.

उन्होंने कहा कि इस पार्टी को खड़ा करने के लिए बाबा (शिबू सोरेन) के साथ उनके दिवंगत पति दुर्गा सोरेन ने कंधा से कंधा मिलाकर काम किया. उनके इस संघर्ष में मैं हमेशा उनके साथ खड़ी रही। सीता सोरेन ने कहा कि दो छोटी बच्चियों को मैंने कितनी तकलीफों से पाला है, यह मैं ही जानती हूं. इसी बीच मेरे पति दुर्गा सोरेन चल बसे. उस हालात में मैंने न जाने कितने त्याग किए. लेकिन अब चुप नहीं रहूंगी.

उन्होंने कहा कि हक क्यों नहीं मांगूंगी. अगर देवरानी कल्पना सोरेन को सीएम बनाया जाएगा तो क्या हमारी उपेक्षा नहीं होगी. इससे क्या हमारे दिवंगत पति के संघर्षों की उपेक्षा नहीं होगी. मैं इस घर की बड़ी बहू हूं और इसपर मेरा हक बनता है.

सीता सोरेन ने कहा कि अगर मैं राजनीति में नहीं रहती तो कभी हक नहीं जताती. 2019 के चुनाव में मुझे लगा था कि सम्मान मिलेगा, लेकिन नहीं मिला. हेमंत सोरेन सीएम बने तो मैंने उस फैसले को स्वीकार कर लिया लेकिन उनकी पत्नी को सीएम स्वीकार नहीं करूंगी. देवरानी कल्पना सोरेन भी राजनीति में नहीं है. इसलिए उनका हक नहीं बनता है.

सीता सोरेन ने कहा कि राजा को राजा की तरह व्यवहार करना चाहिए. मेरी बेटियां बड़ी हो गई हैं लेकिन उनकी शादी की चिंता तक नहीं है किसी को. अगर हेमंत सोरेन को अपने बड़े भाई की बेटी से प्यार है तो पिता के तौर पर उसे आशीर्वाद दें. उसको मुख्यमंत्री बनाएं. तब जाकर झारखंड के लोग समझेंगे कि इंसाफ हुआ है.

गुरुजी की बड़ी बहू सीता सोरेन ने यहां तक कहा कि मैंने इतनी लड़ाइयां लड़ी है कि मेरी आदत पड़ गई है. मैं किसी से नहीं डरती. अब नहीं रुकूंगी. उनसे पूछा गया कि आपके पक्ष में कितने विधायक हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे विधायक हैं जो दिल से मेरे सपोर्ट में हैं. लेकिन ऐसी परिस्थिति बना दी गई है कि वे खुलकर सामने नहीं आ पाते. इसलिए मौजूदा हालात में अगर हेमंत जी अपनी पत्नी कल्पना को सीएम प्रोजेक्ट करेंगे तो मैं किसी भी हालत में सपोर्ट नहीं करूंगी. अंत में उन्होंने कहा कि कब तक सैक्रिफाइस करूंगी.

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उन्होंने कहा कि इस पार्टी को खड़ा करने के लिए बाबा (शिबू सोरेन) के साथ उनके दिवंगत पति दुर्गा सोरेन ने कंधा से कंधा मिलाकर काम किया. उनके इस संघर्ष में मैं हमेशा उनके साथ खड़ी रही। सीता सोरेन ने कहा कि दो छोटी बच्चियों को मैंने कितनी तकलीफों से पाला है, यह मैं ही जानती हूं. इसी बीच मेरे पति दुर्गा सोरेन चल बसे. उस हालात में मैंने न जाने कितने त्याग किए. लेकिन अब चुप नहीं रहूंगी.

उन्होंने कहा कि हक क्यों नहीं मांगूंगी. अगर देवरानी कल्पना सोरेन को सीएम बनाया जाएगा तो क्या हमारी उपेक्षा नहीं होगी. इससे क्या हमारे दिवंगत पति के संघर्षों की उपेक्षा नहीं होगी. मैं इस घर की बड़ी बहू हूं और इसपर मेरा हक बनता है.

सीता सोरेन ने कहा कि अगर मैं राजनीति में नहीं रहती तो कभी हक नहीं जताती. 2019 के चुनाव में मुझे लगा था कि सम्मान मिलेगा, लेकिन नहीं मिला. हेमंत सोरेन सीएम बने तो मैंने उस फैसले को स्वीकार कर लिया लेकिन उनकी पत्नी को सीएम स्वीकार नहीं करूंगी. देवरानी कल्पना सोरेन भी राजनीति में नहीं है. इसलिए उनका हक नहीं बनता है.

सीता सोरेन ने कहा कि राजा को राजा की तरह व्यवहार करना चाहिए. मेरी बेटियां बड़ी हो गई हैं लेकिन उनकी शादी की चिंता तक नहीं है किसी को. अगर हेमंत सोरेन को अपने बड़े भाई की बेटी से प्यार है तो पिता के तौर पर उसे आशीर्वाद दें. उसको मुख्यमंत्री बनाएं. तब जाकर झारखंड के लोग समझेंगे कि इंसाफ हुआ है.

गुरुजी की बड़ी बहू सीता सोरेन ने यहां तक कहा कि मैंने इतनी लड़ाइयां लड़ी है कि मेरी आदत पड़ गई है. मैं किसी से नहीं डरती. अब नहीं रुकूंगी. उनसे पूछा गया कि आपके पक्ष में कितने विधायक हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे विधायक हैं जो दिल से मेरे सपोर्ट में हैं. लेकिन ऐसी परिस्थिति बना दी गई है कि वे खुलकर सामने नहीं आ पाते. इसलिए मौजूदा हालात में अगर हेमंत जी अपनी पत्नी कल्पना को सीएम प्रोजेक्ट करेंगे तो मैं किसी भी हालत में सपोर्ट नहीं करूंगी. अंत में उन्होंने कहा कि कब तक सैक्रिफाइस करूंगी.

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