गौरेला पेंड्रा मरवाही: एक शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के समय दो पक्षों में विवाद हो गया. श्मशान जाने वाला रास्ता निजी भूमि में पड़ता है. भूमि मालिक ने उस रास्ते को बंद कर दिया. उसने शव को अपनी जमीन से ले जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद दो पक्षों में काफी देर तक विवाद चला. इस बीच दोनों पक्षों में झूमाझटकी भी हुई.
गौरेला में हाईवोल्टेज ड्रामा: इस विवाद के कारण तकरीबन चार घंटे तक शव को लेकर लोग रुके रहे और विवाद बढ़ता गया. जब गांव के लोग दीवार तोड़कर शव को श्मशान लेकर पहुंचे, तब कहीं जाकर अंतिम संस्कार किया जा सका. इस दौरान घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को संभाला. साथ ही जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन भी दिया.
दूसरी ओर जगह होने के बावजूद ये लोग झगड़ने के लिए यहां से शव ले जा रहे हैं. ये लोग धमकी देते हैं. जानबूझकर ये विवाद कर रहे हैं. -सुनीता बाई, भू स्वामी की बेटी
किस बात पर हुआ विवाद: दरअसल, ये पूरा मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा थाना क्षेत्र का है. अंडी गांव में एक शव को श्मशान ले जाते समय दो पक्षों में तकरीबन 4 घंटे विवाद चला. इस दौरान दोनों पक्षों में झूमाझटकी भी हुई. अंडी गांव के रहने वाले दीपक गुप्ता की मौत रविवार को हो गई थी. इसके बाद मृतक के परिजन शव यात्रा लेकर श्मशान जाने के लिए निकले थे. रास्ते में एक निजी जमीन पड़ती है. जमीन के मालिक ने अपनी जमीन से शव ले जाने के लिए मना कर दिया. इसके बाद विवाद बढ़ा.
"मेरे भांजे का शव लेकर हम सब जा रहे थे. उस समय ये पूरा परिवार यहां आ गया और जाने नहीं दिया. हम दीवार पार कर जाने वाले थे. हमको रोका गया और वे लड़ने लगे. इसी बात पर विवाद हुआ." -रमेश गुप्ता, मृतक के परिजन
काफी देर बाद खत्म हुआ विवाद: किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी. इस बीच पीड़ित परिवार ने शव यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली दीवार का लगभग 6 फीट हिस्सा ढहा दिया और शव को लेकर श्मशान पहुंच गए. पुलिस ने भी एहतियात के तौर पर भूमि स्वामी को हिरासत में ले लिया, ताकि मामले को शांत किया जा सके. पुलिस की समझाइश के बाद दोनों पक्षों का विवाद खत्म हुआ.
"गांव वालों का कहना है कि ये पुराना रास्ता है. परिवार वालों ने यहां घर बना लिया है. दोनों में विवाद खत्म करा लिया गया है. जल्द ही समस्या का निपटारा कर लिया जाएगा. अभी शव के अंतिम संस्कार का काम किया जा रहा है." - श्याम सिदार, एसडीओपी
जल्द समस्या समाधान का मिला आश्वासन: इस पूरे मामले में गांव के सरपंच का कहना है, "हम पूरे परिवार को गांव की दूसरी जमीन देने को तैयार हैं. वहीं पूरा परिवार अपनी पुश्तैनी जमीन छोड़ने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है. यही विवाद की जड़ है." इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन ने जल्द समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.