पटना: गुड फ्राइडे को बिहार के सरकारी स्कूलों में परीक्षा को लेकर लोगों में नाराजगी है. दरअसल, राज्य के सभी सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक स्कूलों में कक्षा एक से चार और छठी एवं सातवीं के बच्चों के लिये वार्षिक परीक्षा आयोजित की जा रही है. गुड फ्राइडे को सरकारी छुट्टी है, लेकिन बावजूद इसके 29 मार्च को परीक्षा ली जा रही है. ऐसे में राज्यपाल ने राजभवन की ओर से परीक्षा की तिथि को परिवर्तित करने के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिख दिया है.
राजभवन के मुख्य सचिव को लिखा पत्र: राज भवन की ओर से राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखते हुए कहा है कि 29 मार्च को बिहार के सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में परीक्षा आयोजित की गई है. इस दिन गुड फ्राइडे है. गुड फ्राइडे एक धर्म विशेष का महत्वपूर्ण पर्व है. जिसके कारण उसे समुदाय के लोगों द्वारा माननीय राज्यपाल महोदय का ध्यान आकृष्ट किया गया है.
उपयुक्त दिन परीक्षा कराने की गुहार: पत्र में लिखा गया है कि माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा यह निर्देश देने की कृपा की गई है कि 29 मार्च अर्थात गुड फ्राइडे को आयोजित होने वाली परीक्षा को किसी अन्य उपयुक्त दिन आयोजित किया जाए. गौरतलब है कि 29 मार्च को प्रथम पाली में गणित एवं द्वितीय पाली में सामाजिक विज्ञान की परीक्षा आयोजित की जा रही है. इससे पहले 29 मार्च की परीक्षा 25 मार्च को आयोजित की गई थी.
25 मार्च को होने वाली थी परीक्षा: 25 मार्च को होली का पर्व होने के कारण शिक्षक संगठनों ने सरकार के पास आपत्ति व्यक्त की. इसके बाद परीक्षा की तिथि परिवर्तित की गई. परीक्षा की तिथि को परिवर्तित करके बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने 30 मार्च को इसका आयोजन करने का निर्णय लिया था, लेकिन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर परीक्षा की तिथि 30 मार्च से पहले 29 मार्च कर दी गई. गुड फ्राइडे के मौके पर परीक्षा के आयोजन किए जाने को लेकर एक धर्म विशेष के लोगों में काफी नाराजगी है.
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