रुद्रप्रयाग: छोटा केदार के रूप में प्रसिद्ध गुप्तकाशी को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से जनता में खासा उत्साह है. पहली बार नगर पंचायत चुनाव को लेकर बाजार की गलियों से लेकर गांवों के चौक-चौबारों तक राजनीति की ही चर्चा है. गुप्तकाशी नगर पंचायत चार वार्डों में बंटी है. इसमें निवास करने वाले 2,244 वोटरों के वोटों से नगर पंचायत के विकास की दिशा तय होगी.
चुनावीं रण में भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी: पंचायत में नाला, विश्वनाथ केदारपुरम, गुप्तकाशी और भैंसारी इन नामों से चार वार्ड हैं. ग्राम पंचायत नाला के ह्यूण तोक से सेमी पेट्रोल पंप और गढ़तरा कुरणी से गुप्तकाशी त्रिवेणी मोड़ तक क्षेत्र का परिसीमन किया गया है. इस बार भाजपा ने पूर्व प्रधान ग्राम पंचायत नाला में विश्वेश्वरी देवी, कांग्रेस ने बीना देवी को अधिकृत किया है, जबकि सेमी गांव से निर्दलीय प्रत्याशी स्मृति लता ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है. भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी ग्राम पंचायत नाला के निवासी हैं, जहां पर दोनों के लड़ने से वोटों के बंटवारे से स्मृति लता को लाभ पहुंच सकता है, लेकिन भाजपा और कांग्रेस को कैडर वोटों से फायदा पहुंच सकता है.
नगर पंचायत का दर्जा मिलने से समस्याओं का होगा निराकरण: निवर्तमान प्रधान प्रेम सिंह नेगी ने बताया कि मैं 15 वर्षों से गुप्तकाशी में व्यापार संघ का अध्यक्ष और निवर्तमान प्रधान हूं. व्यापारियों के एकत्रित पैंसों से जैसे-तैसे फैले कूड़े के निस्तारण के लिए संघर्ष किया. अब नगर पंचायत का दर्जा मिलने से उक्त समस्याओं का तत्काल प्रभाव से निराकरण होगा. उन्होंने कहा कि स्ट्रीट लाइट, टाइल्स वर्क समेत कई अन्य विकास कार्य होंगे, लेकिन गुप्तकाशी जैसे संवेदनशील क्षेत्र में पहली नगर पंचायत में अध्यक्ष पद की सीट को आरक्षित किए जाने की बात नहीं पच रही है.
पढ़े लिखे व्यक्ति का चुनाव होना जरूरी : गुप्तकाशी के निवर्तमान व्यापार संघ अध्यक्ष मदन सिंह रावत ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के तत्काल निराकरण के लिए पढ़े लिखे व्यक्ति का अध्यक्ष बनना मुफीद सिद्ध हो सकता है. अध्यक्ष को प्राथमिक तौर पर विश्वनाथ मंदिर पैदल मार्ग के ओवरफ्लो पानी की समस्या का निराकरण करना, खांखरा गदेरे में लगातार फेंके जा रहे कूड़े के निस्तारण के लिए कार्य करना, लगातार जमींदोज होते सेमी गांव के नीचे मंदाकिनी नदी पर पक्की सुरक्षा दीवार का निर्माण आदि बातों पर ध्यान केन्द्रित करना होगा.
सत्तासीन पार्टियों ने केवल वोट बैंक की राजनीति की: सामाजिक कार्यकर्ता जीतेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि पार्टी राजनीति की विचारधारा से इतर जो व्यक्ति कार्य करेगा. उसे ही अध्यक्ष पद के लिए वोट किया जाएगा. पिछले कई वर्षों से गुप्तकाशी क्षेत्र को सभी सत्तासीन पार्टियों ने केवल वोट बैंक के लिए उपयोग किया है. यहां पर ना तो पार्किंग की समुचित व्यवस्था है और ना ही कूड़े निस्तारण की व्यवस्था है. साथ ही विश्वनाथ मंदिर पैदल मार्ग पर दशकों से जल निकास नालियों की समुचित व्यवस्था ना होने से पानी समूचे बाजार में फैल रहा है.
फिसलने से तीर्थयात्री की हुई थी मौत: उन्होंने कहा कि यात्राकाल के दौरान कई तीर्थयात्री इस मार्ग पर लगातार बहते पानी में फिसलकर चोटिल होते हैं. गत वर्ष इस मार्ग पर एक तीर्थयात्री की मौत फिसलने से हुई थी. कई जनप्रतिनिधि आए कार्यकाल पूर्ण करके घर बैठ गए, लेकिन गुप्तकाशी क्षेत्र की समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं गया.
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