बलौदाबाजार: कसडोल थाना इलाके के छरछेद गांव में गुरुवार को चार लोगों की हत्या हो गई. हत्याकांड की जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि हत्या के पीछे अंधविश्वास बड़ी वजह रही. एडिशनल एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि '' हत्याकांड को अंजाम देने वाले परिवार की बेटी अक्सर बीमार रहा करती है. परिवार को शक था कि मृतक परिवार उसकी बच्ची पर जादू टोना करता है और उसी के असर से वो बीमार रहती है. घटना वाले दिन नाबालिग सहित पांच लोगों ने हथौड़े से मारकर चारों की हत्या कर दी''.
कसडोल हत्याकांड में पांच गिरफ्तार: छरछेद गांव में चार लोगों की हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए एक घंटे के भीतर ही घटना में शामिल सभी संदेहियों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने जब संदेहियों से कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि हत्याकांड को अंजाम देने के पीछे इनका ही हाथ है. पकड़े गए लोगों पर आरोप है कि इन लोगों ने हथौड़े से मारकर दो महिला, एक पुरुष और एक 11 महीने के बच्चे की हत्या कर दी.
''आरोपियों की एक बेटी है जो हमेशा ही बीमार रहती है. परिवार के लोगों को शक था कि उसकी बेटी की मानसिक बीमारी के पीछे मृतक के परिवार के लोगों का हाथ है. पहले भी पीड़ित परिवार को आरोपियों ने धमकी देने और डराने की कोशिश की थी. पुलिस ने हत्या के आरोप में पांच लोगों को पकड़ा है. पकड़े गए लोगों में एक नाबालिग शामिल है. गिरफ्तार किए गए लोगों में रामनाथ पाटले, दिल कुमार पाटले, दीपक पाटले और ललिता पाटले शामिल हैं. पुलिस अब पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है''. - अभिषेक सिंह, एडिशनल एसपी, बलौदाबाजार
पुलिस ने लिया तत्काल एक्शन: एसपी विजय अग्रवाल और एएसपी अभिषेक सिंह ने घटना के बाद तुरंत एक्शन लिया. चंद मिनटों में गिधौरी से पुलिस बल छरछेद पहुंचा. शवों को अपने कब्जे में लेने के बाद पुलिस ने तत्काल संदेहियों को हिरासत में लिया. जिन पांच लोगों को पकड़ा गया उसमें एक अपचारी बच्चा भी शामिल रहा. जांच में ये बात सामने आई है कि बच्चा भी घटना में आरोपियों के साथ शामिल रहा. पुलिस की पुलिस की पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस ने बीएनएस के तहत केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरु कर दी है.