डिंडौरी। एसडीएम की मौत की सूचना मिलते ही कलेक्टर व एसपी भी अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों से बात की. एसडीएम के पति मनीष शर्मा का कहना है कि वह 26 जनवरी को ही शहपुरा आए थे. शनिवार को निशा व्रत से थीं. उनकी पत्नी का एक लंग्स काम नहीं करता था. शाम को उन्होंने दो अमरूद भी खा लिए. हालांकि उन्होंने अमरूद खाने से मना किया था. क्योंकि उन्हें सांस लेने में भी परेशानी होती थी. शनिवार रात लगभग 10 बजे उन्हें उल्टी हुई और नाक से ब्लड भी निकला.
एसडीएम के पति ने क्या बताया
एसडीएम के पति का कहना है कि रविवार को सुबह उन्हें फिर से वहीं समस्या हुई. इसके बाद उन्होंने दवा लेने और डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं मानी. इसी बात को लेकर मेरी उनसे भी बहस हो गई. एसडीएम के पति का कहना है कि रविवार दोपहर दो बजे जब मैं उनके कमरे में वापस गया तो उनकी पत्नी उठाने पर भी वे नहीं जागी. वह ड्राइवर के साथ उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा के डॉक्टर रत्नेश द्विवेदी का कहना है कि एसडीएम निशा नापित को जब स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, तब उनकी मौत हो चुकी थी. पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है.
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एसडीएम का पति संदेह के दायरे में
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि एसडीएम निशा ने अपने सरकारी दस्तावेज और बैंक डिटेल में पति की जगह अपनी बहन नीलिमा और उसके बेटे स्वप्निल को नॉमिनी बनाया है. आमतौर पर महिलाएं नॉमिनी के तौर पर अपने पति का नाम देती हैं. इसी कारण पुलिस का संदेह पति पर बढ़ गया है. पुलिस संदेह के आधार पर पति से पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही ड्राइवर और घर के एक अन्य कर्मचारी से भी पूछताछ की जा रही है. बता दें कि एसडीएम निशा का जन्म 22 दिसंबर 1973 को छत्तीसगढ़ में हुआ था. उनकी शादी ग्वालियर के मनीष शर्मा से हुई थी. इस मामले में डिंडौरी पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल का कहना है कि पति समेत तीन लोगों से पूछताछ जारी है.