वाराणसी : एक ओर गर्मी से वाराणसी शहर का पारा बढ़ता जा रहा है तो दूसरी ओर सातवें चरण के मतदान से पहले बनारस का राजनीतिक पारा भी चढ़ता जा रहा है. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम होना तय है, वहीं दूसरी ओर INDI गठबंधन की नेता डिंपल यादव और प्रियंका गांधी वाड्रा करीब 4 किलोमीटर लंबा संयुक्त रोड शो करेंगी. इस रोड शो के माध्यम से विपक्ष पीएम मोदी के रोड शो और मातृ शक्ति कार्यक्रम को जवाब देने की कोशिश है. साथ ही दलित और ओबीसी वोटरों को भी साधने का प्रयास होगा. वाराणसी से विपक्ष के उम्मीदवार अजय राय हैं.
समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा शाम 4 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगी. यहां से वे बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए जाएंगी. यहा से आशीर्वाद लेकर दुर्गाकुंड दुर्गा मंदिर पहुंचेंगी. फिर रोड शो की शुरुआत होगी. मानस मंदिर, त्रिदेव मंदिर, संकटमोचन मंदिर, रविदास गेट, लंका पर महामना मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा, ट्रामा सेंटर, भगवानपुर, छित्तूपुर, सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर तक यह रोड शो जाएगा. यहां से दोनों नेता एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगी. यह रोड शो करीब 4 किलोमीटर लंबा होगा. इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता इनका स्वागत करेंगे. रास्ते में पुष्पवर्षा और आरती की तैयारी है.
21 मंदिर, 10 से अधिक मठ, 14 हजार से अधिक व्यापारी
INDI गठबंधन की दोनों नेताओं के रोड शो की शुरुआत आज शाम 5 बजे होगी. दोनों ही नेता पहले दुर्गाकुंड स्थित मां दुर्गा के चौथे स्वरूप माता कुष्मांडा का आशीर्वाद लेंगी. यहां से रोड शो की शुरुआत होगी. इस रूट पर कई बड़े मंदिर पड़ते हैं. मानस मंदिर, त्रिदेव मंदिर और संकटमोचन मंदिर. साथ ही कुल 21 मंदिर इस रास्ते पर पड़ेंगे. स्वामी करपात्रीजी महाराज की कर्मस्थली सहित 10 से अधिक मठ, दुर्गाकुंड से लेकर सीरगोवर्धन तक 14 हजार से अधिक व्यापारी, 40 हजार से अधिक विद्यार्थी और लगभग डेढ़ लाख से अधिक मतदाता इस रूट पर कवर होते हैं. ऐसे में अलग-अलग वर्ग को साधने की कोशिश होगी.
बाबा विश्वनाथ की पूजा कर हिंदुओं को साधने की कोशिश
INDI गठबंधन की दोनों नेता एयरपोर्ट से निकलते ही पहले श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर जाएंगी, जहां पर बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना करेंगी. ऐसे में ये दोनों नेता हिंदुओं को साधने की कोशिश करेंगी. इससे यह संदेश देने की कोशिश करेंगी कि वे मुसलमानों के हितों की नहीं, हिंदुओं के हित की भी बात करते हैं. राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि, यह एक तरीके से राम मंदिर न जाने को लेकर लगा दाग छुड़ाने की भी कोशिश होगी. वहीं प्रियंका जब भी मंदिर गई हैं उनके जाने को लेकर कई सवाल हमेशा से खड़े होते रहे हैं. बनारस में उनका विरोध भी हो चुका है. हालांकि आज डिंपल यादव भी उनके साथ हैं.
दुर्गाकुंड से 'शक्ति स्वरूपा' को साधने की कोशिश
अभी कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मातृ शक्ति सम्मेलन का आयोजन किया था. इस दौरान लगभग 25 हजार की संख्या में महिलाओं ने इसमें भाग लिया था. इन महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिला था. ऐसे में INDI गठबंधन की यह कोशिश रहेगी कि यहां से वे नारी शक्ति को साधने की कोशिश करें और काशी से एक संदेश देने की कोशिश करें कि वे भी नारी शक्ति हैं और उनके साथ मिलकर नरेंद्र मोदी को हराने का काम करें. पिछले चुनाव में प्रियंका गांधी ने 'लड़की हू्ं लड़ सकती हूं' का कैंपेन चलाया था. वह ऐसा ही कुछ यहां पर भी संदेश देने का काम करेंगी.
सीर क्षेत्र में यादव वोटरों पर नजर
वाराणसी के सीर क्षेत्र में डिंपल यादव की मौजूदगी यादव वोटरों को साधने का काम करेगी. समाजवादी पार्टी में डिंपल यादव, अखिलेश यादव के बाद एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं. ऐसे में उनकी मौजूदगी यादव वोटर्स को कंविंस करने का काम कर सकती है. पूर्वांचल की कुछ सीटों पर आज मतदान हो रहा है. ऐसे में बाकी बची हुई सीटों को साधने के लिए यादव, मुस्लिम के वोट लेने की जरूरत सपा और कांग्रेस को पड़ सकती है. राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं, वाराणसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर अजय राय चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में यह भी नहीं माना जा सकता है कि यादव वोटर एकरफा ही जाएंगे. व्यापारी वर्ग भाजपा की ओर भी जा सकता है.
रविदास मंदिर पर मत्था टेक दलितों को साधेंगी
राजनीतिक विश्लेषक रवि प्रकाश पांडेय कहते हैं कि, वाराणसी में चुनाव का माहौल आते ही संत रविदास का मंदिर नेताओं को याद आता है. लोकसभा का चुनाव हो या फिर विधानसभा का चुनाव, बड़े से बड़े नेता यहां पर जरूर जाते हैं. यह एक ऐसा केंद्र है जहां से नेता अपने आप को दलितों के साथ खड़ा बताते हैं. आज समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का रोड शो यहीं पर आकर समाप्त होगा. यहां पर दोनों नेता मत्था टेककर दलितों को साधने की कोशिश करेंगी. INDI गठबंधन जब आरक्षण खत्म करने के दावे लेकर चल रहा है तो उसके लिए यहां पर आना और भी जरूरी हो जाता है.
महामना के माल्यार्पण से प्रबुद्ध वर्ग का साथ
वाराणसी के लंका क्षेत्र में लगी महामना पंडित मदनमोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण यह संदेश देता है कि वे प्रबुद्ध वर्ग को भी अपने साथ लाना चाहती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 से 2024 के नामांकन तक हर बार महामना का आशीर्वाद लिया है. ऐसे में INDI गठबंधन भी इस बड़े वोटर वर्ग को नहीं छोड़ना चाहेगा जो BHU और उसके आस-पास का है. डिंपल यादव और प्रियंका गांधी वाड्रा अपने चार किलोमीटर लंबे रोड शो के माध्यम से जातीय समीकरण को बनाने की कोशिश करेंगी. वाराणसी के दो विधानसभा क्षेत्रों कैंट और रोहनिया में ये दोनों नेता सामाजिक और जातीय समीकरण साधेंगी. बता दें कि रोहनिया विधानसभा ओबीसी बाहुल्य है.