ग्वालियर। पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम की जगह वैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है. उनका कहना है कि यदि सरकार को ईवीएम से इतना ही प्रेम है तो उसे मतदाताओं को वीवीपेट की पर्ची हाथ में देना चाहिए. जिससे वह उसे अपने हाथों से बॉक्स में डाल सकें. चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में हुई धांधली को लेकर उन्होंने कहा कि गनीमत यह रही कि पीठासीन अधिकारी की करतूत कैमरे में कैद हो गई और वैलेट पेपर को सुप्रीम कोर्ट ने अपने संज्ञान में ले लिया. यदि ईवीएम से चुनाव होते तो कुछ पता ही नहीं चल पाता.
कमलनाथ एपिसोड को मीडिया ने बनाया
जब उनसे पूछा गया था कि कमलनाथ एपिसोड के बाद क्या दिग्विजय सिंह का भी कोई एपिसोड सामने आ सकता है तो उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. वह आखिरी सांस तक कांग्रेस परिवार के सदस्य रहेंगे. कमलनाथ के भाजपा में जाने के एपिसोड पर उन्होंने कहा कि यह सब मीडिया द्वारा चलाई गई खबरें हैं, जिनका कोई अस्तित्व नहीं है. उन्होंने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में हुई हिंसा को लेकर कहा कि बीजेपी को मणिपुर, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान में हो रही उत्पीड़न की घटनाएं नजर नहीं आ रही हैं. बीजेपी नेताओं को पश्चिम बंगाल ही दिख रहा है. हालांकि उत्पीड़न कहीं भी हो उसकी निंदा की जानी चाहिए.
ALSO READ: |
अशोक सिंह के नाम पर कोई मतभेद नहीं
दिग्विजय सिंह ने कहा कि अशोक सिंह का राज्यसभा में पहुंचना अपने आपमें बेहद महत्वपूर्ण है. उनका परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस की सेवा कर रहा है. उनके नाम को लेकर कांग्रेस में कोई भी मतभेद नहीं थे. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इंडिया गठबंधन अपनी जगह कायम है. भाजपा से लड़ने के लिए इंडिया गठबंधन के लोग एक साथ हैं. मोदी सरकार किसानों के साथ लगातार दमनकारी नीति अपना रही है. किसान आज फिर सड़कों पर आंदोलन करन को मजबूर हैं