गुना। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों करारी शिकस्त झेलने के बाद राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्यौता ठुकराने के बाद कांग्रेस की मुश्किलें और भी बढ़ती हुई नजर आ रही है. कई कांग्रेसी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. अब कट्टर कांग्रेसी कहलाने वाले कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो रहे हैं. ऐसा ही एक झटका बुधवार को दिग्विजय सिंह के करीबी सुमेर सिंह गढ़ा के रूप में कांग्रेस को लगा है. जिन्हें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता दिलवाई है.
दिग्विजय सिंह के करीबी ने ज्वाइन की बीजेपी
आपको बता दें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गढ़ कहलाने वाले गुना में उनके करीबी और गढ़ा राजघराने के मुखिया सुमेर सिंह बुधवार को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. जिन्हें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की सदस्यता दिलवाई है. गौरतलब है कि, सुमेर सिंह गढ़ा मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सदस्य और गुना जिला पंचायत के अध्यक्ष रह चुके हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में उनका नाम बमौरी से कांग्रेस प्रत्याशी के दावेदारों में शुमार हुआ था.
राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस से दुखी
साथ ही बताया जा रहा है कि राम मंदिर मुद्दे पर कांग्रेस के रवैये से सुमेर सिंह दुखी हैं. इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. कुछ दिनों पहले सुमेर सिंह और उनके पुत्र ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के दिल्ली स्थित आवास पहुंचकर चर्चा भी की थी. इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि, सुमेर सिंह भाजपा में शामिल हो जाएंगे. साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि, कांग्रेस के कुछ और बड़े नेता भी कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
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राम को न मानने वाली पार्टी से लेना देना नहीं
वहीं मीडिया से चर्चा के दौरान सुमेर सिंह गढ़ा में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, मैंने किसी भी पार्टी के साथ रहा मैंने जनसेवा की है, लेकिन जबसे कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर वक्तव्य दिया है. उससे मेरी आत्मा आहत हुई है, क्योंकि मैं भी एक सनातनी हिंदू हूं और ऐसी पार्टी से मेरा कोई लेना देना नहीं जो राम को नहीं मानती.