भोपाल। तीसरे चरण की वोटिंग के बीच राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने मतदान में गड़बड़ी को लेकर नाराजगी दर्ज की है. दिग्विजय सिंह ने तीसरे चरण की वोटिंग के बीच ईवीएम में गड़बड़ी के साथ पोलिंग बूथ पर सौ मीटर के दायरे में बीजेपी कार्यकर्ताओं के प्रचार करने की शिकायत चुनाव आयोग से की है. दिग्विजय ने चुनाव आयोग और जिला प्रशासन के ऑब्जर्वर से ये अपील की है कि वे निष्पक्ष होकर चुनाव कराएं. एमपी की नौ लोकसभा सीटों पर राजगढ़ लोकसभा सीट पर दोपहर तक 54.09 फीसदी मतदान हो चुका है.
वोटिंग के बीच दिग्विजय सिंह को गुस्सा क्यों आया
तीसरे चरण की वोटिंग के बीच दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ लोकसभा सीट पर मतदान के बीच हो रही गड़बड़ियों को लेकर शिकायत की है. उनका कहना है कि पंकज यादव जिसका कोई संगीन अपराध नहीं उसको थाने में बिठा लिया. जबकि उससे ज्यादा संगीन आरोप के नेता खुले में घूम रहे हैं. उन्होंने चाचौड़ा के पोलिंग बूथ क्रमांक 24 चाचौड़ा का जिक्र कर बताया यहां ईवीएम में वोट पड़े 11 और मशीन बता रही है 50. हालांकि इस शिकायत को लेकर चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह की कोई गड़बड़ी चाचौड़ा के पोलिंग बूथ पर नहीं हुई है. दिग्विजय सिंह का आरोप है कि सौ मीटर के अंदर बीजेपी के लोगों को प्रचार करने की अनुमति दी जा रही है और हमें डंडे मारकर भगाया जा रहा है.
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राजगढ़ लोकसभा में बढ़ती वोटिंग...मायने क्या
एमपी की नौ लोकसभा सीटों में से राजगढ़ लोकसभा सीट में सुबह नौ बजे से तीन बजे तक के आंकड़े संतोषजनक है. यहां बाकी सीटों के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ है. सवाल ये है कि ये वोट बदलाव का है या मोदी के नाम का. हालांकि राजगढ़ सीट से अपने नाम के एलान के बाद दिग्विजय सिंह लगातार अपनी जनसभाओं में ये कहते रहे हैं कि उनकी चुनावी राजनीति का ये आखिरी चुनाव है. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर कहते हैं 'दिग्विजय सिंह की ऊर्जा का कोई सानी नहीं. जिस ढंग से 77 साल की उम्र में उन्होने पदयात्राएं करके इस पूरे चुनाव में एक-एक गांव नापा है, लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस के अकेले नेता हैं दिग्विजय जिनके दौर का डर दिखाकर बीजेपी ने एमपी में सत्ता की हैट्रिक बनाई है. अब ये राजगढ़ से उनके इमोशनल कनेक्ट का मसला है कि होम पिच पर अपनी सियासी पारी का आखिरी मैच खेल रहे दिग्विजय के हिस्से जनादेश में क्या आता है.