राजगढ़। मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से 77 वर्ष की उम्र में 33 वर्ष के बाद अपना अंतिम चुनाव लड़ रहे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह लगातार कार्यकर्ता के बीच अपनी पकड़ को मजबूत बनाए रखने में जुटे हैं. जिसके लिए उन्होंने अपने प्रचार-प्रसार में भीड़ एकत्रित करने के बजाय हर एक नेता को अपने अपने पोलिंग बूथ की जिम्मेदारी दी है. राजगढ़ में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जनाजा निकालने वाले बयान जवाब दिया.
'अमित शाह के कोसने से नहीं होगी दिग्विजय की मृत्यु'
कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'अमित शाह ने अपने बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि, भाई दिग्विजय सिंह का जनाजा बड़े धूमधाम से निकालना, एक बात मैं आप से कहना चाहता हूं कि अमित शाह जी, पहली बात तो यह है कि, आपके कोसने से दिग्विजय सिंह की मृत्यु नहीं होगी. दूसरा अगर हो भी गई तो मेरा जनाजा नहीं, अर्थी निकलेगी, वह भी मेरे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के कंधे पर, आपके कंधों पर नहीं उठेगी.' उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले इस तरह की नफरत की बातें करते हैं. हमने कभी इस तरह की बातें नहीं की हैं. ये एक संस्कार की बात होती है, एक राजनीतिक मूल्यों की बात होती है.'
शाह बोले थे-आशिक का जनाजा जरा धूम से निकले
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'मैं आपसे सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि,मैंने चुनाव आपके भरोसे लड़ा है. एक-एक बूथ पर हमारे चुनाव की व्यवस्था हमने की है. मेरी हमेशा यह मान्यता रही है कि चुनाव बूथ पर होता है.' गौरतलब है की 26 अप्रैल यानि की दूसरे चरण के मतदान के दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर के समर्थन में सभा को संबोधित किया था. जहां उन्होंने कहा था कि 'दिग्विजय सिंह को हराकर इस तरह से घर भेजना की आशिक का जनाजा है, जरा धूम से निकले.' उसी को लेकर रविवार को सभा में दिग्विजय सिंह ने अमित शाह के बयान पर पलटवार किया है.