लखनऊ : राजधानी में लाखों अभ्यर्थी प्रतियोगी और भर्ती परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं. तैयारी के लिए कोचिंग में प्रवेश तो ले लेते हैं. लेकिन विभिन्न विषयों की किताबों की तलाश में उन्हें इधर उधर भटकना पड़ता है. इतना ही नहीं पढ़ाई का माहौल भी उन्हें कम मिल पाता है. इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए नगर निगम सामने आया है और अब बहुत जल्द राजधानी में 11 करोड़ रुपए की लागत से डिजिटल लाइब्रेरी बनाने जा रहा है, जहां अभ्यर्थियों को ऑनलाइन किताबों को पढ़ने के साथ ही परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी.
राजधानी में मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के तहत डिजिटल लाइब्रेरी बनाने के लिए नगर निगम ने शासन को प्रस्ताव भेज दिया है. इस लाइब्रेरी में ऑनलाइन किताबें पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में कंप्यूटर लगेंगे, जिसमें किताबों के डिजिटल प्रारूप होंगे. इन डिजिटल लाइब्रेरी में न सिर्फ अन्य प्रांतों से लखनऊ आकर परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी बल्कि स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र भी आकर पढ़ सकेंगे.
यह होगा डिजिटल लाइब्रेरी का स्वरूप : दरअसल, डिजिटल लाइब्रेरी में किताबें डिजिटल या इलेक्ट्राॅनिक प्रारूप में होती हैं. जिसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों व कंप्यूटर के जरिए होता है. इसे डिजिटल लाइब्रेरी, इंटरनेट लाइब्रेरी, ऑनलाइन लाइब्रेरी या डिजिटल रिपॉजिटरी भी कहा जाता है. यह डिजिटल कंटेंट्स का एक ऑनलाइन डेटाबेस है, जिसमें ऑडियो, वीडियो, टेक्स्ट, इमेज डिजिटल के रूप में किताबें शामिल होती हैं.
शहर को 3 नए कम्युनिटी सेंटर मिलेंगे : शहर को 3 नए कम्युनिटी सेंटर की सौगात भी मिलेगी. मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के तहत नगर निगम इनका निर्माण करेगा. इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. एक बारात घर पूर्वी विधान सभा क्षेत्र के पटेल पार्क में और दूसरा सरोजनी नगर विधान सभा के विद्यावती तृतीय वार्ड के सेक्टर-जे में बनेगा. प्रत्येक कम्युनिटी सेंटर के निर्माण पर 8.5-8.5 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके अलावा बख्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत शहीद भगत सिंह प्रथम वार्ड के दीनदयाल पुरम में डूडा काॅलोनी में 4.5 करोड़ की लागत से कम्युनिटी सेंटर बनाया जाएगा.
नगर निगम लखनऊ के नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि राजधानी में डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. इस लाइब्रेरी में सैकड़ों की संख्या में कंप्यूटर और इलेक्ट्राॅनिक उपकरण लगाए जाएंगे, जिसमें लाखों किताबें ऑनलाइन या डिजिटल फॉर्म में रहेंगी, जहां छात्र आकर किताबें पढ़ सकेंगे. इतना ही नहीं लाइब्रेरी प्रबंधन की मंजूरी के बाद इस लाइब्रेरी को छात्र घर से भी एक्सेस कर सकेंगे.