रामगढ़: हजारीबाग उत्तरी छोटानागपुर के पुलिस उप-महानिरीक्षक (डीआईजी) सुनील भास्कर ने रामगढ़ अनुमंडल पुलिस कार्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान पर्यवेक्षण, अपराध नियंत्रण संचिका, दैनिक प्रतिवेदन, मासिक प्रतिवेदन आदि की समीक्षा की गई. अनुमंडल कार्यालय पहुंचे डीआईजी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान डीआईजी के द्वारा पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए. साथ ही डीआईजी ने अपराधियों की धर पकड़, अनुसंधान, सूचना तंत्र को मजबूत, अवैध कारोबारी, बैंकों एवं चौक चौराहे पर संदिग्ध लोगों की गतिविधियां सहित सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की.
डीआईजी सुनील भास्कर ने कहा कि यह वार्षिक निरीक्षण था. रामगढ़ पुलिस ने कई महत्वपूर्ण कांडों का उद्भेदन किया है. रामगढ़ जिले में आपराधिक गतिविधि पहले से काफी नियंत्रण में है. संगठित अपराध के खिलाफ रामगढ़ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के नेतृत्व में काफी बेहतर काम किया गया है. संगठित अपराध कर्मियों की लिस्टिंग की गई है और उन पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. सीसीए के तहत भी कार्रवाई हो रही है. जिले में ओवरऑल क्राइम पर कंट्रोल है.
डीआईजी ने बताया कि इतना ही नहीं रामगढ़ पुलिस ने अंतर्राज्यीय चोर गिरोह को पकड़ने में सफलता पायी है. यहां अवैध कार्यों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई हो रही है, चाहे वह कोयला या बालू से जुड़ा मामला हो. वार्षिक निरीक्षण के दौरान रामगढ़ एसपी अजय कुमार, रामगढ़ एसडीपीओ, मुख्यालय डीएसपी, प्रशिक्षु डीएसपी के साथ-साथ रामगढ़ अनुमंडल क्षेत्र के रामगढ़ थाना प्रभारी, रजरप्पा थाना प्रभारी, मांडू अंचल इंस्पेक्टर, गोला अंचल इंस्पेक्टर, मांडू थाना प्रभारी ,कुज्जू थाना प्रभारी, वेस्ट बोकारो थाना, प्रभारी गोला थाना प्रभारी, बरलंगा थाना प्रभारी मौजूद थे.
बता दें कि साल में एक बार डीआईजी द्वारा निरीक्षण किया जाता है, जिसमें कार्यालय में अधीनस्थ पदाधिकारी द्वारा कैसा काम किया जा रहा है. उन पर कैसा कमांड है, इसकी भी जांच की जाती है. सभी रजिस्टर की समीक्षा की जाती है और उनमें जो भी सुधार अपेक्षित होता है, उसके लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए जाते हैं.
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