जांजगीर चांपा : जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है. पामगढ़ ब्लॉक के कोसिर गांव में तीन दिन में 125 लोग डायरिया संक्रमित पाए गए हैं.डायरिया के कारण तीन की मौत भी हो चुकी है.गांव में डायरिया के बढ़ते मरीजों और मौत की सूचना के बाद कलेक्टर ने डायरिया प्रभावित गांव का दौरा किया. कलेक्टर ने दो दिन में तीन मौत होने की जानकारी दी.लेकिन इसमें उन्होंने एक युवक की मौत डायरिया जबकि दो बुजुर्गों की मौत को स्वाभाविक बताया.
कब मिला था डायरिया का पहला केस : कोसिर गांव के यादव मोहल्ला और पटेल मोहल्ला में 15 जुलाई को डायरिया का पहला केस मिला था. रात होते तक गांव के दूसरे पुरुष और महिलाएं भी दस्त की शिकायत के बाद पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे. अगले दिन यानी 16 जुलाई तक अस्पताल में आने वालों का आंकड़ा बढ़कर 90 पहुंच गया.
अचानक मरीज बढ़ने से चरमराई व्यवस्था : अचानक दो दिन में 100 से ज्यादा डायरिया मरीजों के अस्पताल पहुंचने पर हड़कंप मचा.इनमें से कई मरीजों ने निजी अस्पतालों का रुख किया. वहीं दूसरी ओर हालात बिगड़ते देखकर स्वास्थ्य विभाग ने गांव में कैंप लगवाकर लोगों को इलाज शुरु किया.
अस्पताल ले जाते वक्त युवक ने तोड़ा दम : मंगलवार की रात 17 साल के युवक विजय कुमार का कैंप में इलाज किया गया था.जहां उसे राहत नहीं मिली.जब डॉक्टरों ने युवक को अस्पताल रेफर किया तो रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. वहीं गांव के दुकालू राम यादव और नरोत्तम राय की भी मौत हुई. हालांकि प्रशासन दोनों मृतकों को उम्रदराज और बीमार बता रहा है.
मरीजों की संख्या 125 : कोसिर गांव में तीसरे दिन डायरिया के मरीजों की सख्या 125 तक पहुंच गई. हालत बिगड़ता देख क्षेत्रीय विधायक शेषराज हरवंश ने गांव का दौरा किया.कांग्रेस विधायक ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की डायरिया नियंत्रण के किए गए प्रयास की सराहना की.
''ढाई हजार लोगों के गांव में दो मोहल्ला पूरी तरह से डायरिया प्रभावित था. लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सजगता से डायरिया के मरीजों की संख्या में कमी आई है.'' - शेषराज हरवंश, कांग्रेस विधायक
आपको बता दें कि वहीं डायरिया प्रभावित कोसिर गांव का कलेक्टर और जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने भी दौरा किया.इस दौरान पानी की टंकी को साफ कराने के साथ-साथ हर घर में सर्वे कराने के निर्देश भी दिए गए हैं.
पानी पीने से बीमार हुए लोग: पामगढ़ सीएचसी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे मरीज के परिजनों ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत गांव में नल लगाया गया है. उसका पानी पीने से सोमवार रात से ही लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. इस गांव के कई घरों के लोग बीमार पड़े हैं. मरीजों की संख्या 80 से अधिक है. उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर पामगढ़ अस्पताल में उपचार कराने कई मरीज पहुंचे हैं.