राजनांदगांव: खपरी खुर्द गांव में डायरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है. गांव वालों की मानें तो अकेले खपरी खुर्द गांव में ही दस से ज्यादा डायरिया के मरीज मिल चुके हैं. डायरिया की बीमारी बढ़ने से लोगों के बीच दहशत है. गांव वालों का कहना है कि बीते दिनों एक ग्रामीण की डायरिया से मौत भी हो चुकी है. पर सरकारी आंकड़ों में इस मौत का कहीं कोई जिक्र नहीं है. डॉक्टर का कहना है कि मरीज की मौत डायरिया से हुई या किसी और बीमारी से इसे रिपोर्ट देखने के बाद ही वो बता सकेंगे.
डरा रहा है डायरिया: खपरी खुर्द गांव में तेजी से फैल रहे डायरिया के लेकर अब लोगों के बीच दहशत बढ़ रही है. गांव वालों का कहना है कि पानी की जांच की जानी चाहिए. बारिश के दिनों में आने वाले पानी कहीं हम लोगों के लिए खतरनाक न साबित हो. डायरिया फैलने की खबर जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को लगी. स्वास्थ्य विभाग के अमले में प्रभावित गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों की जांच शुरु कर दी है. बड़ी संख्या में लोग स्वास्थ्य शिविर में आकर अपने स्वास्थ्य की जांच करा रहे हैं.
''गांव में डायरिया फैलने की बात हमने अपने सरपंच को बताई थी. सरपंच से हमने कहा था कि वो मदद के लिए हमारी बात को आगे अफसरों तक पहुंचाएं. पर किसी ने भी हमारी मदद नहीं की. अब स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है''. - गिरवर साहू. ग्रामीण
''फील्ड में जाकर हमने लोगों की जांच की है. अभी तक की जांच में छह केस हमें डायरिया के मिले हैं. एक सप्ताह पहले भी हमारी टीम ने घर घर जाकर दवाएं बांटी हैं. गांव वाले जिस ग्रामीण की मौत डायरिया से होने की कह रहे हैं उसकी जांच रिपोर्ट देखनी पड़ेगी. स्वास्थ्य में उसके क्या सीरियस इश्यू था वो भी जानना पड़ेगा''. - गोपाल भानुशाली, ग्रामीण चिकित्सा सहायक, डूमरडीह कला
डायरिया से रहें अलर्ट: बारिश के मौसम में डायरिया एक आम बीमारी होती है. मगर इस बीमारी का सही से इलाज नहीं किया जाए तो ये छोटी बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है. डायरिया के मरीज को चाहिए कि वो हेल्दी फूड लेते रहें. साफ और उबालकर पानी के पीएं. लिक्विड फूड पर ज्यादा ध्यान दें. एंटीऑक्सीडेंट और प्रोटीन विटामिन वाले फलों का सेवन करें.