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डॉक्टर नहीं मिलने पर जताई नाराजगी, गंदगी देख भड़के प्रभारी सचिव

धौलपुर में प्रभारी सचिव ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण. डॉक्टर नहीं मिलने पर जताई नाराजगी गंदगी देख भड़के.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 3 hours ago

Dholpur CHC Inspection
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण (ETV Bharat Dholpur)

धौलपुर: डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहे सैंपऊ उपखंड मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण को पहुंचे सीनियर आईएएस और प्रभारी सचिव पी. रमेश अस्पताल में व्यवस्थाओं की कमी और चिकित्सकों की गैर मौजूदगी देखकर भड़क गए. उन्होंने अव्यवस्थाओं को लेकर साथ में मौजूद तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को फोन लगाकर बात करने और अस्पताल इंचार्ज के अनुपस्थित होने पर नोटिस देने के निर्देश दिए.

इस दौरान अस्पताल के पिछवाड़े के गेट में पड़ी गंदगी देखकर प्रभारी सचिव ने मौजूद स्टाफ को डांट लगाई. इससे पहले उन्होंने करीमपुर और तसीमों के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निरीक्षण के दौरान स्कूल परिसर में गंदगी देखकर स्टाफ को फटकार लगाई. प्रभारी सचिव बुधवार को सैंपऊ उपखंड के दौरे पर रहे. शाम को सैंपऊ कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो अस्पताल में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं मिला. इस दौरान अस्पताल के पिछले गेट पर पड़ी गंदगी देखकर प्रभारी सचिव खासे नाराज हुए.

पढ़ें : जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण में कलेक्टर अधिकारियों को जमकर लगाई फटकार - Inspection of Hospital in Jhalawar

इसी दौरान नर्सिंग कर्मी अस्पताल परिसर में आवास पर मौजूद डॉक्टर दिनेश नरूका को बुलाकर लाए. डॉ. नरूका कई दिन से बीमार हैं और हाथ में कैनुला लगाकर प्रभारी सचिव के सामने पहुंचे. नरूका ने प्रभारी सचिव को बताया कि अस्पताल में दो चिकित्सक स्थाई और दो चिकित्सक यूटीवी बेस पर लगाए गए हैं, जबकि अस्पताल का ओपीडी 800 के पार पहुंच गया है. पूर्व सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र परमार ने चिकित्सकों, नर्सिंग और तकनीकी स्टाफ की कमी से सामान्य रोगी से लेकर इमरजेंसी केसेस को उपचार में आए दिन हो रही परेशानी से अवगत कराया. स्थानीय लोगों ने जिला कलेक्टर और सीएमएचओ को समस्या बताने के बावजूद समाधान नहीं होने की शिकायत की.

अस्पताल में रखी निजी गाड़ियों को लेकर नाराजगी जताई : प्रभारी सचिव ने अस्पताल परिसर में खड़े चार पहिया वाहनों को लेकर अस्पताल स्टाफ से पूछा तो सभी इधर-उधर बगलें झांकने लगे. डॉ. दिनेश नरूका ने बताया कि स्थानीय लोगों के द्वारा बहुत पहले से वाहनों को खड़ा किया जा रहा है. मना करने पर भी वाहन मालिक नहीं मानते हैं. अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर इंचार्ज को नोटिस देने के लिए कार्यवाहक एसडीएम और तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को निर्देश दिए.

धौलपुर: डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहे सैंपऊ उपखंड मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण को पहुंचे सीनियर आईएएस और प्रभारी सचिव पी. रमेश अस्पताल में व्यवस्थाओं की कमी और चिकित्सकों की गैर मौजूदगी देखकर भड़क गए. उन्होंने अव्यवस्थाओं को लेकर साथ में मौजूद तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को फोन लगाकर बात करने और अस्पताल इंचार्ज के अनुपस्थित होने पर नोटिस देने के निर्देश दिए.

इस दौरान अस्पताल के पिछवाड़े के गेट में पड़ी गंदगी देखकर प्रभारी सचिव ने मौजूद स्टाफ को डांट लगाई. इससे पहले उन्होंने करीमपुर और तसीमों के सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निरीक्षण के दौरान स्कूल परिसर में गंदगी देखकर स्टाफ को फटकार लगाई. प्रभारी सचिव बुधवार को सैंपऊ उपखंड के दौरे पर रहे. शाम को सैंपऊ कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो अस्पताल में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं मिला. इस दौरान अस्पताल के पिछले गेट पर पड़ी गंदगी देखकर प्रभारी सचिव खासे नाराज हुए.

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इसी दौरान नर्सिंग कर्मी अस्पताल परिसर में आवास पर मौजूद डॉक्टर दिनेश नरूका को बुलाकर लाए. डॉ. नरूका कई दिन से बीमार हैं और हाथ में कैनुला लगाकर प्रभारी सचिव के सामने पहुंचे. नरूका ने प्रभारी सचिव को बताया कि अस्पताल में दो चिकित्सक स्थाई और दो चिकित्सक यूटीवी बेस पर लगाए गए हैं, जबकि अस्पताल का ओपीडी 800 के पार पहुंच गया है. पूर्व सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र परमार ने चिकित्सकों, नर्सिंग और तकनीकी स्टाफ की कमी से सामान्य रोगी से लेकर इमरजेंसी केसेस को उपचार में आए दिन हो रही परेशानी से अवगत कराया. स्थानीय लोगों ने जिला कलेक्टर और सीएमएचओ को समस्या बताने के बावजूद समाधान नहीं होने की शिकायत की.

अस्पताल में रखी निजी गाड़ियों को लेकर नाराजगी जताई : प्रभारी सचिव ने अस्पताल परिसर में खड़े चार पहिया वाहनों को लेकर अस्पताल स्टाफ से पूछा तो सभी इधर-उधर बगलें झांकने लगे. डॉ. दिनेश नरूका ने बताया कि स्थानीय लोगों के द्वारा बहुत पहले से वाहनों को खड़ा किया जा रहा है. मना करने पर भी वाहन मालिक नहीं मानते हैं. अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर इंचार्ज को नोटिस देने के लिए कार्यवाहक एसडीएम और तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता को निर्देश दिए.

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