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धीरेंद्र शास्त्री बोले- दिव्य दरबार लगाने के पीछे मेरा उद्देश्य अंधविश्वास में धकेलना नहीं - BAGESHWAR DHAM SARKAR

भीलवाड़ा में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के तीसरे दिन सजा बागेश्वर सरकार का दिव्य दरबार.

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धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान (ETV BHARAT Bhilwara)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 8, 2024, 6:15 PM IST

भीलवाड़ा : शहर में बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को दिव्य दरबार लगाया गया. इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- 'मैं अंधविश्वास फैलाने के लिए दरबार नहीं लगता हूं और न ही मैं जनता को अंधविश्वास में धकेलना चाहता हूं'. आगे उन्होंने युवाओं को व्यसन से दूर रहने का संदेश देते हुए कहा- 'मैंने आज श्रीनाथजी के चरणों में हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए अर्जी लगाई है'.

शहर के कुमुद विहार में पांच दिवसीय श्री हनुमंत कथा का आयोजन हो रहा है. इस कथा के तीसरे दिन कथा वाचक बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुबह 11 बजे से दिव्य दरबार लगाया. दिव्य दरबार को देखने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता रही. इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पंडाल में मौजूद भक्तों में से नाम पुकार कर व्यास पीठ के पास बुलाया और उनका पर्चा खोला.

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (ETV BHARAT Bhilwara)

इसे भी पढ़ें - धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान, कहा- सनातन बोर्ड का हो गठन, राजनीति में वोट बैंक के लिए न हो धर्म का इस्तेमाल

लोगों को अंधविश्वास में धकेलना उद्देश्य नहीं : पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि दिव्य दरबार लगाने के पीछे 'मेरा उद्देश्य आप लोगों को अंधविश्वास में धकेलना नहीं है व न अपनी पूजा करवाना है. हम ना तो दान लेते हैं. मेरा उद्देश्य आपको इतना बताना है कि जो भक्त जिंदगी भर बालाजी की कृपा पाना चाहता है वो बालाजी का स्मरण करें'.

हिंदू राष्ट्र के लिए लगाई अर्जी : दिव्या दरबार की शुरुआत में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि दिव्य दरबार में 'हमें 10 बजे ही आना था, लेकिन हम प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करने गए थे. वहां मंगला आरती की, मैंने ग्वाल- बाल बनकर भगवान के दर्शन किए. श्रीनाथजी के दर्शन के दौरान मुझे इत्र व आशीर्वाद भी मिला. हमने हिंदू राष्ट्र के लिए श्रीनाथजी के चरणों में आज अर्जी भी लगाई है'.

बताई नशा छोड़ने की टिप्स : बागेश्वर पीठाधीश्वर ने कहा कि सभी भक्तों को लहसुन, प्याज ,मांस, मदिरा, तंत्र- मंत्र व दरबार में भटकना बंद करके हनुमान जी की साधना प्रारंभ करनी चाहिए. इससे जीवन का कल्याण हो जाएगा.

बेवाण में पत्थर बाजी का उठाया मामला : दिव्या दरबार में भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के होडा गांव के एक युवक का पर्चा खुला. जब युवक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास पहुंचा तो उनका पर्चा पहले ही लिखा हुआ था. उसने सिर्फ जलझूलनी एकादशी को पीतांबर भगवान के बेवाण पर पत्थर बाजी पर अब तक कारवाई नहीं होने व पीतांबर भगवान के बेवाण अभी तक मंदिर में नहीं पहुंचने पर पीड़ा जाहिर की. इस पर बागेश्वर पीठाधीश्वर ने सभी से आग्रह किया कि आप सरकार, राजनेता व प्रशासन से मुलाकात करें, नियमों की पालना करते हुए भगवान पीतांबर के बेवाण को वापस स्थापित करें.

भीलवाड़ा : शहर में बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को दिव्य दरबार लगाया गया. इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- 'मैं अंधविश्वास फैलाने के लिए दरबार नहीं लगता हूं और न ही मैं जनता को अंधविश्वास में धकेलना चाहता हूं'. आगे उन्होंने युवाओं को व्यसन से दूर रहने का संदेश देते हुए कहा- 'मैंने आज श्रीनाथजी के चरणों में हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए अर्जी लगाई है'.

शहर के कुमुद विहार में पांच दिवसीय श्री हनुमंत कथा का आयोजन हो रहा है. इस कथा के तीसरे दिन कथा वाचक बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुबह 11 बजे से दिव्य दरबार लगाया. दिव्य दरबार को देखने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता रही. इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पंडाल में मौजूद भक्तों में से नाम पुकार कर व्यास पीठ के पास बुलाया और उनका पर्चा खोला.

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (ETV BHARAT Bhilwara)

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लोगों को अंधविश्वास में धकेलना उद्देश्य नहीं : पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि दिव्य दरबार लगाने के पीछे 'मेरा उद्देश्य आप लोगों को अंधविश्वास में धकेलना नहीं है व न अपनी पूजा करवाना है. हम ना तो दान लेते हैं. मेरा उद्देश्य आपको इतना बताना है कि जो भक्त जिंदगी भर बालाजी की कृपा पाना चाहता है वो बालाजी का स्मरण करें'.

हिंदू राष्ट्र के लिए लगाई अर्जी : दिव्या दरबार की शुरुआत में धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि दिव्य दरबार में 'हमें 10 बजे ही आना था, लेकिन हम प्रभु श्रीनाथजी के दर्शन करने गए थे. वहां मंगला आरती की, मैंने ग्वाल- बाल बनकर भगवान के दर्शन किए. श्रीनाथजी के दर्शन के दौरान मुझे इत्र व आशीर्वाद भी मिला. हमने हिंदू राष्ट्र के लिए श्रीनाथजी के चरणों में आज अर्जी भी लगाई है'.

बताई नशा छोड़ने की टिप्स : बागेश्वर पीठाधीश्वर ने कहा कि सभी भक्तों को लहसुन, प्याज ,मांस, मदिरा, तंत्र- मंत्र व दरबार में भटकना बंद करके हनुमान जी की साधना प्रारंभ करनी चाहिए. इससे जीवन का कल्याण हो जाएगा.

बेवाण में पत्थर बाजी का उठाया मामला : दिव्या दरबार में भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के होडा गांव के एक युवक का पर्चा खुला. जब युवक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास पहुंचा तो उनका पर्चा पहले ही लिखा हुआ था. उसने सिर्फ जलझूलनी एकादशी को पीतांबर भगवान के बेवाण पर पत्थर बाजी पर अब तक कारवाई नहीं होने व पीतांबर भगवान के बेवाण अभी तक मंदिर में नहीं पहुंचने पर पीड़ा जाहिर की. इस पर बागेश्वर पीठाधीश्वर ने सभी से आग्रह किया कि आप सरकार, राजनेता व प्रशासन से मुलाकात करें, नियमों की पालना करते हुए भगवान पीतांबर के बेवाण को वापस स्थापित करें.

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