फर्रुखाबाद : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी दुनिया के रामभक्तों में खासा उत्साह है. कहीं से विशाल ताला भेजा जा रहा है तो कहीं से कई टन लड्डू पहुंच रहे हैं. महीनों से रामनगरी में खास सामानों को भेजने का क्रम अब भी जारी है. हर रामभक्त इस ऐतिहासिक मौके पर कुछ न कुछ योगदान देना चाहता है. इसी कड़ी में जिला जेल के कैदी में प्रभु श्रीराम की धर्म ध्वजा, रामनामी पटका, रामनामी गमछा, रामनामी गरम शॉल तैयार कर रहे हैं. वे इस पर ब्लॉक प्रिंट कर रहे हैं.
जिले की पहचान ब्लॉक प्रिंटिंग से होती आई है, हालांकि कई समय पहले यह विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई थी. अब इस कला को फिर से नई पहचान मिलनी शुरू हो गई है. जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने जेल के बंदियों को प्रशिक्षण दिलाकर धर्म ध्वजा, रामनामी पटका, रामनामी गमछा, रामनामी गरम शॉल पर ब्लॉक प्रिंटिग करवा रहे हैं. ओडीओपी के अंतर्गत ब्लॉक प्रिंटिंग से हिंदू-मुस्लिम बंदियों की ओर यह खास काम किया जा रहा है.
जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने बताया कि जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति के निर्देशानुसार और शासन के आदेशों के क्रम में 22 जनवरी को सम्पूर्ण जेल के बंदी भगवान श्रीराम के मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा लाइव प्रसारण देखेंगे. मुलाकात स्थल पर भी स्क्रीन लगाकर सभी मुलाकाती और बंदियों को श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम दिखाया जाएगा. उस दिन सभी मुलाकातियों को धर्म ध्वजा अपने घरों पर लगाने के लिए जेल की तरफ से निशुल्क दिए जाएंगे. बाद में बंदी जेल उत्पाद केंद्र से बिक्री होगी. जेल के अंदर एक सप्ताह तक सुंदरकांड का पाठ चल रहा है. बंदी इसे कर रहे हैं. जेल मंदिर की रंगाई पुताई की जा रही है. भजन कीर्तन होंगे, प्रसाद वितरण में दोपहर से भंडारा का आयोजन होगा.
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