धनबाद: लोकसभा चुनाव को लेकर धनबाद हॉट सीट बना हुआ है. बीजेपी हो या कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों को अपने उम्मीदवार घोषित करने में काफी सोचना पड़ रहा है. इन सबके बीच धनबाद के कांग्रेस नेताओं ने पार्टी को लेकर खुलकर अपनी बात रखी है. उनका कहना है कि कांग्रेस में उम्मीदवारों के चयन में बड़े पैमाने पर पैसे का खेल होता है. जिसके कारण कांग्रेस पार्टी सही उम्मीदवार का चयन नहीं कर पाती. नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ता है.
बीजेपी की उम्मीदवार चयन प्रक्रिया की तारीफ
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी अपने उम्मीदवारों का चयन बेहतर तरीके से करती है. कांग्रेस में इसकी कमी दिखती है. इसलिए पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को धनबाद सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. पीएन सिंह ने पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी से करीब 5 लाख वोटों से ऐतिहासिक जीत हासिल की थी. अगर कांग्रेस ने इस लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन में फिर से यही नीति अपनाई तो इस बार उसे 5 लाख नहीं बल्कि 7 लाख वोटों से हार का सामना करना पड़ेगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए धनबाद के कांग्रेस नेताओं ने पार्टी आलाकमान से धनबाद में बाहरी नहीं बल्कि स्थानीय और जमीनी स्तर के उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की मांग की है.
'मजदूरों से जुड़े नेता को बनाना चाहिए उम्मीदवार'
कांग्रेस नेता निशिकांत मिश्रा ने कहा कि धनबाद कोयला नगरी है. यह एक औद्योगिक क्षेत्र है. जहां मजदूरों की संख्या अधिक है. मजदूरों से जुड़े किसी नेता को उम्मीदवार बनाये जाने से बदलाव हो सकता है. धनबाद सांसद पीएन सिंह से जनता खुश नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर के नेताओं को अपना उम्मीदवार नहीं बनाती है. पैसे के लिए बाहरी लोगों को उम्मीदवार बनाती है. पिछले लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन में पैसे का खेल हुआ था. पिछले लोकसभा प्रत्याशी कीर्ति झा आजाद ने किसी भी स्थानीय नेता को तरजीह नहीं दी.
आलाकमान को जानकारी का अभाव
कांग्रेस नेता जीतेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि अगर इस बार कांग्रेस बाहर से उम्मीदवार उतारती है तो पिछली बार बीजेपी पांच लाख वोटों से जीती थी, लेकिन इस बार सात लाख वोटों से जीतेगी. कांग्रेस नेता सफीजुद्दीन अंसारी ने कहा कि बाहर से आये प्रत्याशियों को लोकसभा क्षेत्र की जानकारी नहीं होती है. इतना ही नहीं, उन्हें टिकट देने वाले आलाकमान के पास भी जानकारी का अभाव है. उन्होंने कहा कि अगर कोई अंधेरे में सड़क पर गाड़ी चलाएगा तो दुर्घटना तो होगी ही. उन्होंने भाजपा द्वारा उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया की सराहना की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को भी अपने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया बीजेपी की तरह करने की जरूरत है. तभी हम उन्हें चुनाव में हरा सकते हैं. कांग्रेस के पास चयन रणनीति की कमी है.
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