देवास। शहर में 40 साल से श्री राम मंदिर की 18 बीघा जमीन पर कुछ लोग कब्जा किए थे. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद प्रशासन ने जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया. तहसीलदार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और कब्जा खाली कराया. दरअसल, शहर के सबसे बड़े श्मशान के पीछे राम मंदिर की 18 बीघा जमीन पर कुछ लोगों द्वारा सालों से पहले बलपूर्वक अवैध कब्जा कर लिया गया था.
पटवारी ने तहसीलदार को सौंपी थी रिपोर्ट
इस मामले में पटवारी अजय दायमा ने बताया "वह 2015 में देवास का पटवारी था. तब कब्रिस्तान की जमीन का सीमांकन करने में वह यहां आया था. कुछ पॉइंट उठाना थे, उस समय जमीन का पॉइंट उठाया था. जिसमें मालूम पड़ा कि यह राम मंदिर की जमीन है. लेकिन इस पर आरोपी शब्बीर चाचा ने कब्जा कर रखा था. इसके बाद एक प्रतिवेदन बनाकर तहसीलदार को दिया गया था. जिसके बाद यह मामला न्यायालय में गया. इसके बाद शुक्रवार को कोर्ट से आदेश आया. कोर्ट का आदेश मिलने के बाद प्रशासन की टीम कब्जा हटाने पहुंची."
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कोर्ट का आदेश मिलते ही चला बुलडोजर
तहसीलदार सपना शर्मा ने बताया "कई वर्षों से जमीन पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया था. यह मामला न्यायालय में विचाराधीन था. न्यायालय का फैसला है कि कब्जा हटाया जाए. इसके बाद हमने जिला प्रशासन की टीम के साथ यह कब्जा हटाया." बता दें कि इस दौरान क्षेत्र में भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा. इसके बाद राम मंदिर की जमीन को मुक्त करवाया गया. इस कार्रवाई का शहरवासियों ने स्वागत किया है.