प्रयागराज : त्रिवेणी तट पर आयोजित होने जा महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए जल निगम व्यापक तैयारिया कर रहा है. संपूर्ण कुंभ मेला क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाई जा रही है. कुंभ नगर में होने वाले इस दिव्य-भव्य आयोजन के लिए अस्थाई महाकुंभ नगरी बसनी शुरू हो गई है. मेला प्राधिकरण और प्रदेश के सभी प्रमुख विभाग युद्धस्तर पर विकास कार्य में लगे हुए हैं. मेला क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए जल निगम भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है.
बता दें कि महाकुंभ 2025 में पूरे मेला क्षेत्र में पीने के पानी की सप्लाई का जिम्मा यूपी जल निगम का है. इसके लिए 25 सेक्टरों और 4000 हेक्टेयर में फैले विशाल मेला क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है. जल निगम नगरीय के अधिशासी अभियंता अमितराज ने कहा कि इस बार का मेला क्षेत्र पहले के कुंभ मेला की तुलना में सबसे बड़ा है. पूरे मेला क्षेत्र में पानी की सप्लाई के लिए लगभग 1250 किलोमीटर लंबी पाइपों का जाल बिछाया जा रहा है. इससे परेड ग्राउंड, संगम क्षेत्र से लेकर फाफामऊ और अरैल व झूंसी के क्षेत्रों में भी पानी की सप्लाई आसानी से की जा सके. इसके लिए 40 करोड़ रुपये की लागत से जल निगम नगरीय कार्य कर रहा है. पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूर्ण हो जाने पर संपूर्ण मेला क्षेत्र में बने शिविरों में 56 हजार कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है.
अधिशासी अभियंता ने कहा कि पाइप लाइन बिछाने के बाद सड़कों के किनारे, अखाड़ों के शिविरों, कल्पवासियों और प्रशासन के टेंटों तक पानी के लगभग 56 हजार कनेक्शन लगाए जाएंगे. सड़क किनारे के कनेक्शन अखाड़ों और कल्पवासियों के शिविरों में पानी कनेक्शन लगाने का कार्य किया जाएगा. पानी सप्लाई का कार्य 85 नलकूप और 30 जनरेटरों की मदद से पंपिंग स्टेशनों से किया जाएगा. कार्य निरिक्षण के लिए सेक्टर वाइज जल निगम के अभियंता और कर्मचारी मेला क्षेत्र में भी तैनात किए जाएंगे.
कुंभ मेले में बने 25 सेक्टरों में जल निगम को 30 नवंबर तक काम खत्म करने का लक्ष्य मिला था. इस अवधि में मेला क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाकर कनेक्शन देना था, लेकिन संपूर्ण मेला क्षेत्र में अभी जमीन का निर्धारण और समतलीकरण का कार्य चल रहा है. ऐसे में पानी के लिए पाइप बिछाने और कनेक्शन देने का कार्य दूर की बात है, मौजूदा स्थिति यह है कि अभी अखाड़े और सरकारी दफ्तरों तक कनेक्शन पूरा किया जा चुका है. एडीएम मेला विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि संपूर्ण मेला क्षेत्र में पानी की निर्बाध सप्लाई के लिए कार्य 31 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा. पेयजल को लेकर श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी.