रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम समुद्रतल से 3,584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिससे यहां पहुंचने पर ऑक्सीजन की कमी होती है. इसी बीच केदारनाथ धाम में घोड़ा पड़ाव के नजदीक एक व्यक्ति चलते -चलते गिर गया और उसे ऑक्सीजन की कमी होने लगी. सूचना मिलने के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेक्टर अधिकारी और वाईएमएफ मौके पर पहुंचे और उक्त व्यक्ति को सीपीआर देकर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत में सुधार है.
केदारनाथ में भक्तों को स्वास्थ्य संबंधी होती हैं परेशानियां: जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित है, जहां ऑक्सीजन की कमी के साथ-साथ मौसम भी हर समय खराब होता रहता है. जिसके कारण केदारनाथ धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को अक्सर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो जाती हैं.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों मॉक ड्रिल: नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उन्हें तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने के लिए आपदा प्रबंधन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने मॉक अभ्यास किया है, जिससे कम से कम समय में बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया जा सके और उसके जीवन को बचाया जा सके.
इन लोगों ने मॉक ड्रिल में लिया हिस्सा: एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार, एसडीआरएफ टीम कमांडर भगत कंडारी, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण विशेषज्ञ, जेसिका टेरोन, सेक्टर अधिकारी घोड़ा पड़ाव अखिल शुक्ला और विनोद सिंह रावत अपनी-अपनी टीमों के साथ मौजूद रहे.
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