कोटा. कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने गुरुवार को भाजपा छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली. उनके कांग्रेस ज्वाइन करने पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा सहित भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हो. बैरवा ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक परिवार है और यह पूरी तरह से एकजुट है. सभी मिलकर लोकसभा चुनाव में काम कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं में विरोधाभास नहीं है. प्रदेश में 25 की 25 सीट जीताने के लिए सब काम कर रहे हैं. गुंजल के जाने पर कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि भारतीय जनता पार्टी को कोई चुनौती मिलेगी. गुंजल के भाजपा में कद्र नहीं करने के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारे यहां पर मान सम्मान कार्यकर्ताओं का है.
ज्यादा समय नहीं टिक पाएंगे कांग्रेस में: भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि वे डूबते जहाज में शामिल हुए हैं. साथ ही कहा कि गुंजल ज्यादा समय तक कांग्रेस में नहीं टिक पाएंगे. जबकि पार्टी ने गुंजन को काफी कुछ दिया है. अभी उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ाया है. उन्होंने कई पदों पर उन्हें नवाजा और मदद भी की है. कांग्रेस के पास कोई उम्मीदवार नहीं है, उन्हें लगा होगा कि कोटा बूंदी सीट से चुनाव लड़ लेंगे. इसलिए कांग्रेस में शामिल हो गए हैं.
गुंजल के जाने से नहीं पड़ेगा कोई फर्क: कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा का कहना है कि गुंजल के कांग्रेस ज्वाइन करने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं होगा. भाजपा परिवार एक वटवृक्ष की तरह है. इसमें कोई अपना उपयोग नहीं समझता है, तो वह अपना स्थान छोड़ देता है. जिस तरीके से पूरे भारत में कांग्रेस का सफाया हो रहा है, ऐसे में कोई बीजेपी छोड़ रहा है, उससे बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता है. इस तरह के निर्णय लिए जाते हैं, उनमें बाद में पश्चाताप साबित होता है. कोटा बूंदी सीट भाजपा का गढ़ है, कोई कांग्रेस का चुनाव लड़ना नहीं चाहता है.
पढ़ें: बीजेपी को झटका, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने थामा कांग्रेस का 'हाथ'
गुंजल के करीबी रुपेश शर्मा भाजपा में हुए शामिल: दूसरी तरफ प्रहलाद गुंजल के करीबी रहे रुपेश शर्मा गुरुवार को दोबारा भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने बूंदी लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और 40000 से ज्यादा वोट लेकर आए थे. इसके चलते भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी अशोक डोगरा की हार हुई थी. माना जा रहा था कि रुपेश शर्मा गुंजल के साथ ही कांग्रेस ज्वाइन करेंगे, लेकिन उन्होंने भाजपा का दामन दोबारा थाम लिया है. उन्हें मुख्यमंत्री और सीपी जोशी ने भाजपा के सदस्यता दोबारा ग्रहण करवाई है.