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बारिश के मौसम में जानलेवा है डेंगू-मलेरिया, एक्सपर्ट से जानिए बचाव के तरीके - Dengue Malaria Best Precautions

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 27, 2024, 10:51 PM IST

Updated : Jul 27, 2024, 11:04 PM IST

बारिश के मौसम में डेंगू और मलेरिया तेजी से फैलता है और बड़ी संख्या में मरीज सामने आते हैं. ऐसे में सबसे अच्छा है कि इन मच्छरों को अपने आसपास पनपने ही नहीं दें. आप भी थोड़ा सा प्रयास कर ये कर सकते हैं. एक्सपर्ट से जानिए बचने के कुछ आसान उपाय.

DENGUE MALARIA BEST PRECAUTIONS
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Best Precautions for Dengue Malaria: बारिश का मौसम आते ही मच्छरों की संख्या बढ़ने लगती है और इनके साथ ही मच्छरों से होने वाले रोग भी बढ़ जाते हैं. जुलाई के महीने से ही अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया के मामले बड़ी संख्या में सामने आने लगते हैं. कई मामलों में डेंगू जानलेवा भी साबित होता है. डेंगू होने पर शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से घटती हैं जिससे पीड़ित व्यक्ति की जान भी जा सकती है. छोटी सी लापरवाही इन बीमारियों को हमारे घर पर आमंत्रण दे देती है. मच्छरों से होने वाली बीमारियों से सबसे अच्छा बचाव यह है कि मच्छरों को हमारे आसपास और घरों में पनपने ही नहीं दिया जाए. कुछ साधारण इंतजाम और सावधानियां रखकर हम डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी से बचे रह सकते हैं.

एक्सपर्ट से जानिए डेंगू और मलेरिया से बचने के कुछ आसान उपाय (ETV Bharat)

एक्सपर्ट से जानिए कैसे करें बचाव

जिला मलेरिया अधिकारी प्रमोद प्रजापति बताते हैं कि "डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को हम खुद छोटी-छोटी गलतियां कर आमंत्रण देते हैं. यदि हम सावधानी बरते तो घरों के आसपास इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छर पैदा नहीं होंगे और बीमारियों से भी हम बचे रहेंगे. सबसे पहले हमे घरों के आसपास होने वाले जल जमाव को रोकना होगा. खासकर बारिश का पानी जो हर कहीं इकट्ठा हो जाता है जिसमें मच्छर के लार्वा पैदा हो जाते हैं."

जिला मलेरिया अधिकारी प्रमोद प्रजापति का कहना है कि "इसके लिए हमें घर के हर हिस्से का निरीक्षण बारिश का मौसम शुरू होने पर करना चाहिए. जैसे छत पर रखे गमले, खाली कंटेनर, गैर उपयोगी बर्तन वस्तुएं इत्यादि जिनमें पानी इकट्ठा हो सके उन्हें हटा देना चाहिए. इसके अलावा खुला वॉटर टैंक और गर्मियों में उपयोग होने वाले कूलर मच्छरों के पनपने के प्रमुख स्थान होते हैं. यहां तक की स्वास्थ्य विभाग की सर्वे की टीम ने पुराने जूते के अंदर जमा हुए पानी में भी मच्छर के लार्वा निरीक्षण के दौरान नोटिस किए हैं. कूलर में यदि पानी बचा रह गया है तो उसे पूर्ण रूप से निकाल कर टैंक को सुखाकर रखना चाहिए.घर में भी पूरी बांह के कपड़े पहने. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें. स्थानीय नगरीय निकाय के माध्यम से फॉगिंग और मच्छर रोधी दवाई का स्प्रे भी अपने क्षेत्र में करवाना सुनिश्चित करें."

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बीमारी के लक्षण को पहचानें

मलेरिया का प्रमुख लक्षण है ठंड लगकर तेज बुखार आना एवं तेज सिर दर्द होता है. बुखार नहीं उतरने पर डॉक्टर को दिखाने के साथ मलेरिया की जांच करवानी चाहिए. डेंगू के सबसे आम लक्षण हैं तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मतली और शरीर पर लाल चकत्ते आना. शुरुआती दौर में डेंगू का पता नहीं चल पाता है इसलिए संदेह होने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें और जांच करवाएं. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर और हमारे घरों के आसपास जल जमाव नहीं होने देने जैसे उपाय कर हम डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी से बचे रह सकते हैं.

Best Precautions for Dengue Malaria: बारिश का मौसम आते ही मच्छरों की संख्या बढ़ने लगती है और इनके साथ ही मच्छरों से होने वाले रोग भी बढ़ जाते हैं. जुलाई के महीने से ही अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया के मामले बड़ी संख्या में सामने आने लगते हैं. कई मामलों में डेंगू जानलेवा भी साबित होता है. डेंगू होने पर शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से घटती हैं जिससे पीड़ित व्यक्ति की जान भी जा सकती है. छोटी सी लापरवाही इन बीमारियों को हमारे घर पर आमंत्रण दे देती है. मच्छरों से होने वाली बीमारियों से सबसे अच्छा बचाव यह है कि मच्छरों को हमारे आसपास और घरों में पनपने ही नहीं दिया जाए. कुछ साधारण इंतजाम और सावधानियां रखकर हम डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी से बचे रह सकते हैं.

एक्सपर्ट से जानिए डेंगू और मलेरिया से बचने के कुछ आसान उपाय (ETV Bharat)

एक्सपर्ट से जानिए कैसे करें बचाव

जिला मलेरिया अधिकारी प्रमोद प्रजापति बताते हैं कि "डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को हम खुद छोटी-छोटी गलतियां कर आमंत्रण देते हैं. यदि हम सावधानी बरते तो घरों के आसपास इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छर पैदा नहीं होंगे और बीमारियों से भी हम बचे रहेंगे. सबसे पहले हमे घरों के आसपास होने वाले जल जमाव को रोकना होगा. खासकर बारिश का पानी जो हर कहीं इकट्ठा हो जाता है जिसमें मच्छर के लार्वा पैदा हो जाते हैं."

जिला मलेरिया अधिकारी प्रमोद प्रजापति का कहना है कि "इसके लिए हमें घर के हर हिस्से का निरीक्षण बारिश का मौसम शुरू होने पर करना चाहिए. जैसे छत पर रखे गमले, खाली कंटेनर, गैर उपयोगी बर्तन वस्तुएं इत्यादि जिनमें पानी इकट्ठा हो सके उन्हें हटा देना चाहिए. इसके अलावा खुला वॉटर टैंक और गर्मियों में उपयोग होने वाले कूलर मच्छरों के पनपने के प्रमुख स्थान होते हैं. यहां तक की स्वास्थ्य विभाग की सर्वे की टीम ने पुराने जूते के अंदर जमा हुए पानी में भी मच्छर के लार्वा निरीक्षण के दौरान नोटिस किए हैं. कूलर में यदि पानी बचा रह गया है तो उसे पूर्ण रूप से निकाल कर टैंक को सुखाकर रखना चाहिए.घर में भी पूरी बांह के कपड़े पहने. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें. स्थानीय नगरीय निकाय के माध्यम से फॉगिंग और मच्छर रोधी दवाई का स्प्रे भी अपने क्षेत्र में करवाना सुनिश्चित करें."

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मलेरिया का प्रमुख लक्षण है ठंड लगकर तेज बुखार आना एवं तेज सिर दर्द होता है. बुखार नहीं उतरने पर डॉक्टर को दिखाने के साथ मलेरिया की जांच करवानी चाहिए. डेंगू के सबसे आम लक्षण हैं तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मतली और शरीर पर लाल चकत्ते आना. शुरुआती दौर में डेंगू का पता नहीं चल पाता है इसलिए संदेह होने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें और जांच करवाएं. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर और हमारे घरों के आसपास जल जमाव नहीं होने देने जैसे उपाय कर हम डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी से बचे रह सकते हैं.

Last Updated : Jul 27, 2024, 11:04 PM IST
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