पटना: बिहार में इन दिनों डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटे में प्रदेश में डेंगू के 13 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें अकेले पटना में 12 मामले मिले हैं. प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर के 775 हो गई है. यदि पटना जिले की बात करें तो पटना में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 343 हो गई है. जिले में सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर 30 मरीज इलाजरत हैं. एनएमसीएच में जहां 55 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है वहां 15 मरीज एडमिट हैं.
एंटी लार्वा छिड़काव अभियान तेज: पटना में नगर निगम ने एंटी लार्वा छिड़काव अभियान तेज कर दिया है. डेंगू प्रभावित इलाकों में 500 मीटर तक फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव हो रहा है. इसके लिए प्रतिदिन 375 लोगों की टीम शहर के सार्वजनिक स्थान और करीब 10 हजार घरों में छिड़काव कर रहे हैं. अस्पतालों में एंटी लार्वा छिड़काव और फॉगिंग के लिए 25 कर्मियों की टीम बनाई गई है. इसके अलावा निगम द्वारा जिंगल के माध्यम से आम जनों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
एनएमसीएच में क्या है व्यवस्था: एनएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में 55 बेड का डेंगू वार्ड है, जिसमें पांच इमरजेंसी के बेड हैं. 10 बेड बच्चों के लिए रिजर्व हैं. यहां डेंगू मरीजों के इलाज के लिए जांच से लेकर दवाइयों की सभी सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि 15 मरीज अभी उनके यहां एडमिट हैं. सभी खतरे से बाहर हैं. विशेष परिस्थिति पर मरीज के लिए प्लेटलेट्स की व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि सभी को प्लेटलेट्स की जरूरत नहीं पड़ती है.
किसे पड़ती है प्लेटलेट्स की जरूरतः डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि यदि डेंगू मरीज का प्लेटलेट्स 20000 से नीचे जा रहा है तो, उन्हें प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ सकती है. प्लेटलेट्स 20000 से कम होने पर रक्त स्राव का खतरा बढ़ जाता है, जिससे मरीज की तबीयत बिगड़ने लगती है. उन्होंने बताया कि यदि किसी डेंगू मरीज का प्लेटलेट्स 50 हजार से कम है, अथवा मरीज को उल्टी की शिकायत, लूज मोशन, पेट में तेज दर्द, इत्यादि शिकायत हो रही है उन्हें बिना देर किए अस्पताल में एडमिट हो जाना चाहिए.
डेंगू से बचाव के लिए क्या करेंः डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि यदि डेंगू से पीड़ित हो गए हैं तो आराम करें. प्रचुर मात्रा में पानी पिएं. मौसमी फलों के जूस और नारियल पानी का सेवन करें ताकि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी ना हो. इसके अलावा ठीक होने तक मच्छरदानी में ही रहे. यदि घर में डेंगू मरीज मिले हैं तो घर की अच्छे से साफ सफाई करें. घर के कोणों की विशेष सफाई करें जहां पानी का जमाव होता है. फिनायल, मिट्टी का तेल का छिड़काव करें.
कूलर में नहीं रखें पानीः डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि घर में कहीं भी पानी जमाव नहीं होने दें. इस मौसम में कूलर के पानी को पूरी तरह से निकाल कर फेंक दें. अभी के मौसम में कूलर में पानी डालकर नहीं रखें. इसके अलावा फ्रिज के पीछे जहां पानी जमा होता है वहां साफ सफाई करें. उसमें फिनाइल की गोली डालें. घर के गमले में भी पानी जमा नहीं होने दें. घर के बालकोनी में यदि मच्छर लग रहे हैं तो उसके आसपास छिड़काव करें.
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