वाराणसी: नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में सिखों पर दिए गए बयान को लेकर वाराणसी में आक्रोश है. राहुल गांधी के बयान पर लगातार भारतीय जनता पार्टी आक्रामक रुख अपना रही है. इस बयान को लेकर जहां पिछले दिनों सिगरा थाने में भारतीय जनता पार्टी महानगर के कार्यकर्ताओं ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. वहीं, अब न्यायिक मजिस्ट्रेट सेकंड के यहां पूर्व ग्राम प्रधान ने अर्जी देते हुए राहुल गांधी के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए उन पर तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
तिलमापुर के पूर्व ग्राम प्रधान नागेश्वर मिश्र ने कोर्ट में एप्लीकेशन देकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सिखों पर जो बयान दिया है, वह करोड़ों सिख संप्रदाय के लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला है. राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में सिखों को पगड़ी और कड़ा पहनने का अधिकार नहीं है और ना ही उन्हें गुरुद्वारे में जाने की इजाजत है. इस बयान ने लोगों की भावनाओं को आहत किया है.
कोर्ट में दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि इस बयान का समर्थन खालिस्तानी आतंकवादी गुरवंत सिंह पन्नू ने भी किया है. इससे यह स्पष्ट है कि यह एक मिशन के तहत भारत के खिलाफ गृहयुद्ध भड़काने की साजिश है. फिलहाल कोर्ट ने इस मामले में साधना थाने से रिपोर्ट मांगी है और अगली सुनवाई 1 अक्टूबर को होगी.
बता दें कि राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध जता रहे हैं. वहीं, भाजपा के नेता भी इस मामले राहुल गांधी को घेर रहे हैं. कुछ दिनों पहले वाराणसी में प्रदर्शन कर भाजपा कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.