बिलासपुर : तखतपुर में 28 फरवरी को 18 साल के युवक योगेश खांडे का शव फंदे में लटकता हुआ मिला था.पोस्टमॉर्टम करने पर खुदकुशी किए जाने की पुष्टि हुई.लेकिन युवक के परिजनों ने हत्या के बाद शव को लटकाने का आरोप लगाया.पुलिस ने युवक के परिजनों की मांग को देखते हुए, युवक के शव का दो बार पोस्टमॉर्टम कराया.दोनों ही बार रिपोर्ट में खुदकुशी किए जाने की पुष्टि हुई है. पुलिस ने इस केस में जांच के बाद आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज किया है.साथ ही एक आरोपी की गिरफ्तारी भी की है.लेकिन परिवार के लोग पिछले छह दिनों से इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. परिजनों ने युवक का शव लेने से इनकार कर दिया है.
क्या है परिजनों का आरोप ? : परिजनों का कहना है कि युवक ने आत्महत्या नहीं की. बल्कि उसकी हत्या हुई है.मृतक के दोस्त को हत्या का आरोपी बताया जा रहा है. मृतक के दोस्त को पुलिस पहले ही आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है.लेकिन अब परिजन आरोपी के खिलाफ हत्या की धारा लगाने की मांग पर अड़े हैं.इसी के विरोध में घटना के सात दिन बाद भी परिजनों ने मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया है.परिजनों का कहना है कि बच्चे ने दोस्त का महंगा मोबाइल गुमा दिया था.इसी वजह से उसकी हत्या की गई है.जब तक हत्या की धाराएं नहीं लगाई जाएंगी वो शव नहीं लेंगे.योगेश खांडे का शव सिम्स मेडिकल कॉलेज की मॉर्च्यूरी में रखा है.
''योगेश खांडे का दो बार पोस्टमॉर्टम कराया गया है. दोनों ही पोस्टमॉर्टम में आत्महत्या की बात सामने आई है. जांच और बयान के आधार पर मृतक के दोस्त पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई. आरोपी युवक की गिरफ्तारी की गई है. इसके बाद भी परिजन युवक की हत्या होने की बात कह रहे हैं.'' अर्चना झा, एएसपी ग्रामीण
बढ़ सकता है प्रदर्शन : योगेश खांडे का शव मॉर्च्यूरी में है.इधर परिवार सड़क पर आंदोलन कर रहा है. इस आंदोलन को अब सतनामी समाज के लोगों का समर्थन मिला है.मंगलवार को समाज के लोगों ने आईजी दफ्तर का घेराव भी किया.अब इस संवेदनशील मामले को लेकर पुलिस पशोपेश में है.क्योंकि बिना किसी आधार के हत्या का केस दर्ज नहीं हो सकता.इधर परिवार साक्ष्यों को दरकिनार कर अपनी मांग पर अड़ा है.