कवर्धा: लोहारीडीह आगजनी केस की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग पार्वती साहू ने की है. पार्वती साहू समाज से आती है और साहू प्रकोष्ठ की महिला अध्यक्ष है. पार्वती अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठी है. कवर्धा के राजीव गांधी पार्क में अनशन पर बैठी पार्वती को साहू समाज का भी समर्थन मिल रहा है. इस बात का दावा खुद पार्वती साहू ने भी किया है. अनशन पर बैठी महिला का कहना है कि लोहरीडीह केस की जांच सीबीआई को सौंपी जाए. जेल में जो भी निर्दोष लोग बंद हैं उनको जल्द से जल्द रिहा किया जाए. पार्वती ने कहा कि जबतक निर्दोषों को छोड़ा नहीं जाता उनका अनशन जारी रहेगा.
लोहारीडीह केस की सीबीआई से जांच की मांग: अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठी पार्वती साहू का कहना है कि उनसे मिलने के लिए अभी तक कोई प्रशासन का अधिकारी नहीं आया है. शासन की ओर से कोई उनसे बातचीत के लिए आएगा तो अपनी मांगें उनके सामने रखेगी. पार्वती का कहना है कि मृतक शिव प्रसाद साहू ऊर्फ कचरू साहू के शव को दोबारा पोस्टमार्टम किया जाना चाहिए. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए. अनशन पर बैठी महिला का कहना है जबतक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तबतक उनका अनशन जारी रहेगा.
पार्वती साहू की आठ मांंगें
- मृतक शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरु साहू के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए.
- लोहारीडीह घटना की सीबीआई से जांच कराई जाए.
- लोहारीडीह में जिन तीन लोगों की जान गई है उनके परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी सरकार ले.
- मृतक शिवप्रसाद साहू, प्रशांत साहू, रघुनाथ साहू के परिवार के एक एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक एक करोड़ का मुआवजा मिले.
- प्रशांत साहू की मौत के जो भी जिम्मेदार हैं उनको कड़ी कार्रवाई हो.
- घटना की न्यायिक जांच कर दोषियों को कठोर सजा मिले, निर्दोषों को रिहा किया जाए.
- मृतक के घर में पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
- प्रभावित गांव मेंं शांति व्यवस्था और भाईचारा फिर से कायम करने का प्रयास किया जाए.
लोहारीडीह में क्या हुआ था: कवर्धा के लोहारीडीह में साहू समाज के शिवप्रसाद साहू के घर में भीड़ ने आग लगी दी थी जिससे कचरू साहू की मौत हो गई. लोहारीडीह के ही रघुनाथ साहू की लाश मिलने के बाद गांव में हंगामा हो गया. परिजनों और गांव वालों का आरोप था कि मृतक ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है. लोहारीडीह आगजनी केस में पकड़े गए आरोपी की मौत होने के बाद नाराज साहू समाज ने प्रदर्शन किया. विपक्ष का आरोप था कि पुलिस की पिटाई से प्रशांत साहू की मौत हुई है. इस घटना में आरोपी बनाए गए अभी भी कई लोग जेलों में बंद हैं.